भाई और बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन 26 अगस्त को है। वहीं 2019 के लोकसभा के चुनावों से पहले आज उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी राजनीतिक रक्षाबंधन बनाया और इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला को राखी बांधी और उनको अपना भाई बना लिया।
दरअसल, इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला बीएसपी सुप्रीमो मायावती को हरियाणा के गोहाना में आयोजित होने वाली रैली में शामिल होने का निमंत्रण देने गए थे। जब दिल्ली स्थित मायावती के आवास पर अभय चौटाला पहुंचे, तो मायावती ने उनको राखी बांधी और माथे पर तिलक लगाया। यह रैली इंडियन नेशनल लोकदल के संस्थापक और पूर्व उपप्रधानमंत्री देवी लाल के जन्मदिन पर गोहाना में आयोजित की जा रही है। मायावती ने इस रैली में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। 25 सितंबर को होने वाली इस रैली को अभय चौटाला के अलावा यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी संबोधित करेंगी।
आपको बता दें कि 18 अप्रैल 2019 को दोनों दलों के बीच गठबंधन हुआ था। जिसके तहत दोनों दलों ने साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव और यूपी व हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को एक साथ मिलकर लड़ने का फैसला लिया। यूपी में बीएसपी ने समाजवादी पार्टी के साथ कई उप चुनाव लड़ने के बाद लोकदल के साथ गठबंधन किया। इन उपचुनावों में बीएसपी-सपा गठबंधन को जीत भी मिली थी, जबकि दूसरी ओर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले 1998 में दोनों पार्टियों ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें बीएसपी को एक और लोकदल को चार सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि हरियाणा विधानसभा चुनाव में दोनों दल अलग हो गए थे। इस बार करीब 20 साल बाद दोनों पार्टियां एक साथ आई हैं।