भारत मे अगर किसी भी स्कूल में अगर छात्र ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से अपनी टीचर का स्वागत करे तो तमाम बुद्धिजीवी इसे लेकर सरकार पर हमलावर होकर इसे राजनीति से जोड़ देगें। सरकार पर आरोप लगाते हुए शिक्षा के भगवाकरण की बात कहेेंगे, लेकिन क्या आपको पता है हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चे ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से अपनी टीचर का स्वागत करते है। हिंदू बच्चों को शिक्षित करने का प्रण ले चुकी मुस्लिम अध्यापिका अनम आगा जब अपनी कक्षा में पहुंचती है और तो वो बच्चों को ‘सलाम’ कहती है तो बच्चे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते है।
पाकिस्तान कराची शहर के बस्ती गुरु क्षेत्र में अनम आगा एक मंदिर के अंदर स्कूल चलातीं हैं, यह स्कूल अस्थाई हिंदू बस्ती में बीचों बीच बना है जिसमें करीब 90 हिंदू परिवार रहते हैं। वहीं अनम ने बेहद कठिन परिस्थितियों में रहने वाले इन लोगों के बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है। स्कूल आने पर अनम बच्चों की ओर मुस्कुराते हुए कहती हैं ‘सलाम’ बदले में बच्चे कहते हैं ‘जय श्री राम’। अनम ने कहा, ‘‘जब हम मंदिर के अंदर अपने स्कूल के बारे में लोगों को बताते हैं तो वे अचंभित हो जाते हैं। लेकिन हमारे पास स्कूल चलाने के लिए और कोई स्थान नहीं है।’’
वहीं पाकिस्तान में अल्पसंख्यक बने हिंदू परिवार के लोगों के बच्चों को पढ़ाने आती है जिसका कई लोग विरोध भी करते है। इस बात को अनम स्वीकार करती हैं कि और वह कहती हैं, ‘‘लेकिन मैं यह करती हूं क्योंकि इन लोगों को अपने मूलभूत अधिकारों के बारे में भी पता नहीं हैं। ये बच्चे शिक्षा हासिल करना चाहते हैं। इनमें से कुछ बच्चे पास के स्कूलों में भी पढ़ने गए लेकिन वहां उन्हें सामजिक और धार्मिक समस्याएं पेश आईं।’’
उन्होंने बताया कि उनके इस कदम से हिंदू बुजुर्ग बेहद खुश हैं। इस काम में पेश आने वाली मुश्किलों के बारे में पूछे जाने पर वह कहती हैं कि उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ता है। अनम कहती हैं, ‘‘मैं कभी धर्म पर बात नहीं करती और उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे इसका ध्यान रखती हूं। मैं विभिन्न विषयों पर उनका ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करती हूं। धर्म इसमें कहीं नहीं आता।’’