जालौन में प्राईवेट स्कूल प्रशासन का तुगलकी फरमान देखने को मिला है। जहां स्कूल प्रशासन ने असेम्बली में भारत माता की जय और राष्ट्रगान गाने पर प्रतिबंध लगा दिया। स्कूल प्रशासन के इस तुगलकी फरमान के बाद छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और सोशल मीडिया के माध्यम से स्कूल प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। वहीं छात्रों के द्वारा किये जा रहे विरोध का स्कूल के 2 अध्यापकों द्वारा समर्थन किया गया तो स्कूल प्रशासन ने उन्हे स्कूल से बाहर कर दिया। इसके बाद से लगातार स्कूल प्रशासन के खिलाफ छात्र सोशल मीडिया भड़ास निकाल रहे है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
मामला उरई कोतवाली के कालपी रोड स्थित गुरुकुलम पब्लिक स्कूल का है। इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र नितेश गुप्ता, हितेश शर्मा और गौरव अवस्थी ने सोशल मीडिया फेसबुक पर 18 अगस्त को एक पोस्ट शेयर की। जिसमें नितेश गुप्ता ने फेसबूक पर एक पोस्ट किया कि उनके स्कूल गुरुकुलुम पब्लिक स्कूल में भारत माता की जय बोलने नहीं दी जाती है, इसकी शिकायत की तो स्कूल प्रशासन डरा धमका रहा और हड़का रहा है साथ ही एक-एक छात्र को बुलाकर परेशान किया जा रहा है। इसके बाद इसी विद्यालय में पढ़ने वाले हितेश शर्मा ने लिखा कि उरई के सभी स्कूलों में भारत माता की जय बोलने दी जाती है उनके में भी बोलने दी जाती थी लेकिन अब बोलने नहीं दी जाती है इससे पहले राष्ट्रगान पर प्रतिबंध लगाया गया था और अब भारत माता की जय पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं इसी स्कूल में पढ़ने वाले गौरव अवस्थी लिखते है कि हमारे सीनियर का समर्थन करे। हमारे स्कूल में भारत माता की जय नहीं बोलने दी जा रही है जो बोल रहा है उसकी टीसी काट दी जा रही है।
इनकी जब पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो वह जंगल में आग की तरह फैलने लगी। पोस्ट के वायरल होने के बाद इस मामले की जानकारी लेने स्कूल पहुंचे तो छात्र स्कूल नहीं आये थे और छात्र मीडिया से भी नहीं मिले। लेकिन जब इस मामले में और जानकारी ली गई तो पता चला कि छात्रों का इस मामले में समर्थन करने वाले 2 अध्यापकों को भी स्कूल प्रशासन ने हटा दिया। स्कूल से हटाये गये अध्यापक दुष्यंत कुमार से मिले तो उन्होने बताया कि स्कूल में भारत माता की जय नहीं बोलने दी जा रही है। छात्रों के समर्थन पर उन्हे और उनके साथी नीरज सर को स्कूल से बाहर कर दिया। उन्होने बताया कि उनके प्रिंसिपल जॉन चटर्जी है।
जब इस मामले में स्कूल प्रशासन से बात की तो स्कूल के निदेशक सचिन माहेश्वरी का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। उन्होने कहा कि यह मामला कहा से और कैसे आया इस बारे में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने बताया कि स्कूल में ऐसा कोई भी प्रकरण नहीं है। जब दो अध्यापक दुष्यंत और नीरज के निकाले जाने के बारे में पूंछा तो उन्होने अपनी सफाई देते हुये कहा कि दोनों ने खुद रिजाईन किया है। इसके अलावा वह स्कूल के बाहर कोचिंग पढ़ा रहे थे जिन्हे मना किया गया था कि वह स्कूल में ही बच्चों को पढ़ाये और बच्चों पर कोंचिंग का दबाब बना रहे थे इसीलिये उन्होने खुद रिजाइन किया है।
हिंद न्यूज टीवी के लिए जालौन से विक्की प्रजापति