पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक अच्छे कवि, एक अच्छे प्रवक्ता और एक अच्छे राजनेता भी रहे। वाजपेयी को सफल राजनेताओं में गिना जाता है। यही नहीं उन्होंने अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर झंडे गाड़ दिए थे, लेकिन जब आज वो दिल्ली के AIIMS अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। वहीं हम आपको वाजपेयी के उन कदमों के बारे में बता रहे हैं, जिसने भारत की तस्वीर बदली है।
सड़कों पर दिया जोर
अटल बिहारी ने मेट्रो शहरों को ही नहीं बल्कि दूर-दराज के गांवों को भी सड़कों से जोड़ने के लिए योजनाएं शुरू की, जिसमें प्रधानमंत्रा ग्राम योजना और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना अहम हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता को हाइवेज के नेटवर्क से जोड़ने में मदद की। वहीं देश के दूर-दराज में बसे गांवों तक सड़क पहुंचाने का भी काम किया।
सर्व शिक्षा अभियान
वाजपेयी ने सर्व शिक्षा अभियान के द्वारा 6 से 14 साल की उम्र के बच्चों को मुफ्त में प्रथामिक शिक्षा देने का प्रावधान किया था। इस योजना का फायदा ये हुआ कि जब 2001 में ये योजाना लागू हुई, उसके 4 साल के अंदर स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों की संख्या में 60 फीसदी गिरावट आई।
वित्तीय कठिनाइयों का किया निपटारा
अटल पीएम रहते हुए वित्तीय अधिनियम लाए थे। इस अधिनियम के द्वारा उन्होंने देश का राजकोषीय घाटा कम करने का लक्ष्य रखा था। इसके द्वारा पब्लिक सेक्टर सेविंग्स को बढ़ावा दिया गया, जिसके चलते साल 2000 में सेविंग्स जीडीपी जो 0.8 फीसदी थी वो बढ़कर साल 2005 में 2.3 फीसदी हो गई थी।