देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की तबीयत काफी नाजुक बनी हुई है। पिछले 24 घंटों से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है। वहीं अभी एक बार फिर AIIMS की तरफ से हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें बताया गया कि उनकी स्थिति पहले जैसी ही बनी हुई है। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे चेहरे हैं जिन्होंने राजनिति के मायने बदल दिए।
वहीं आज हम आपको एक बात बताएंगे। जरा सोचिए कि जैसे महिलाओं की डिलीवरी के समय डॉक्टर ये तय करते हैं कि बच्चा कब होगा। महिलाओं के प्रेगनेंट होने से लेकर डिलीवरी तक सब कुछ डॉक्टर तय करते हैं। ऐसे में क्या जब व्यक्ति अपने अंतिम दिनों में होता है तो क्या डॉक्टर ये तय करते हैं कि वो कब इस दुनिया को अलविदा कहेगा। क्या सच में साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है। हमारा ये सवाल इसलिए भी है क्योंकि कई बार डॉक्टर मरते हुए व्यक्ति के प्राण बचा लेते हैं तो कई बार वो चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पाते।
अब एक वाकया द्वारा समझते हैं। दरअसल, 2011 में इंग्लैंड के 57 साल के मिस्टर ए काम करते वक्त अचानक बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें साउथैम्पटन के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं जब डॉक्टर उनके पेशाब करने के रास्ते में केथेटर डालने की कोशिश कर रहे थे कि तभी उन्हें हार्ट अटैक आ गया। साथ ही ऑक्सीजन की कमी के कारण उनके दिमाग ने काम करना भी बंद कर दिया और उनकी मौत हो गई।
वहीं इस बीच कमरे में जो कुछ भी घटा वो सब उन्हें याद था, जबकि उनकी मौत हो गई थी और ये उन्हें पता नहीं होना चाहिए था। जब डॉक्टरों ने ये सब सुना तो वो हैरान रह गए, लेकिन मिस्टर ए ये सब इसलिए बता पा रहे हैं क्योंकि डॉक्टरों की कोशिश ने उन्हें बचा लिया था। कुछ ऐसा ही अटल जी के चाहने वाले इस वक्त दुआ कर रहे हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी को डॉक्टर जल्दी स्वस्थ कर दें।