आज हमने अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है। सन् 1947 के बाद से अब तक भारत में बहुत कुछ घटित हुआ। हम आपको बताते हैं स्वतंत्रता के बाद भारत को हासिल हुई 10 महत्वपूर्ण उपलब्धियां।
स्वतंत्रता के बाद भारत की शीर्ष 10 उपलब्धियां हैं:
- शिक्षा और डिजिटल इंडियाः स्वतंत्रता के बाद से भारत अपने शिक्षा के क्षेत्र में लगातार विकास कर रहा है। भारत की वर्तमान साक्षरता दर 74.04% है। स्वतंत्रता के समय यह मात्र 12% थी। वर्ष 2017 की जनगणना के अनुसार पुरुषों की साक्षरता दर 82.14% और महिलाओं की साक्षरता दर 65.46% है।
- भारतीय इतिहास में महिलाओं की शक्तिः क्या आप जानते हैं महिला राजनीतिज्ञों की सबसे अधिक संख्या भारत में है और यह दुनिया का ऐसा पहला देश बना जिसकी प्रमुख एक महिला रहीं, जो थी श्रीमति इंदिरा गांधी। यहाँ की पंचायतों में सबसे अधिक महिलाएं भी निर्वाचित हुईं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष और नेता विपक्ष समेत भारत में महिलाओं ने कई उच्च सरकारी पदों पर काम किया है।
- स्वतंत्रता के बाद से अर्थव्यवस्था में कैसे बदलाव हुएः एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के सामाजिक – आर्थिक परिदृश्य में कई बदलाव हुए हैं। औपनिवेशिक शासन काल से अब तक भारत की अर्थव्यस्था 2.7 लाख करोड़ रुपयों से बढ़कर 60 लाख करोड़ रुपये हो गई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का हो गया है, जो बाहरी ताकतों से लड़ने में अर्थव्यवस्था की मदद करता है।
- मतदान का अधिकारः भारत दुनिया का एक मात्र ऐसा देश है जिसने अपनी स्वतंत्रता के बाद से ही अपने प्रत्येक व्यस्क नागरिक को मतदान का अधिकार दिया था। क्या आप जानते हैं कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लोकतंत्र – अमेरिका, स्वतंत्रता के 150 वर्षों से अधिक के बाद, आज भी नागरिकों को निर्धारित मानदंडों के आधार पर मतदान का अधिकार देता है। भारत में स्वतंत्रता के तुरंत बाद जब 560 रियासतों ने भारत संघ के अधीन आना स्वीकार किया तो दुनिया का सबसे बड़ा विलय और अधिग्रहण हुआ।
- प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष के विविध कार्यक्रमः रक्षा तकनीक और अंतरिक्ष तकनीक पर करीब– करीब शून्य आत्मनिर्भरता के बावजूद, आज हम इस क्षेत्र के सबसे उन्नत राष्ट्रों में से एक हैं। वर्ष 1975 में भारत ने पहले अंतरिक्ष उपग्रह का डिजाइन तैयार किया था। इस उपग्रह का नाम महान भारतीय ज्योतिषाचार्य और गणितज्ञ ‘आर्यभट्ट’ के नाम पर रखा गया था।
- विविधता में एकताः धर्मों और संस्कृतियों की ऐसी विविधता के बावजूद हम एक राष्ट्र हैं और हर एक बीतने वाले दिन के साथ एकता की यह भावना और मजबूत होती जाती है। यह सबसे बड़ी उपलब्धि है क्योंकि स्वतंत्रता के बाद हम एक दूसरे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहते आ रहे हैं।
- उत्पादन के मामले में: स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत ने कई क्षेत्रों में विकास किया है। सबसे सस्ती दरों पर वायरलेस टेलिफोनी प्रदान करने वाला देश बना। इसी देश में दूरसंचार का बाजार सबसे तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया का सबसे कम लागत वाला सुपरकंप्यूटर भारत ने ही तैयार किया है। सबसे कम कीमत वाली कार (नैनो) यहीं बनाई गई हैं। विश्व का सबसे बड़ा दुपहिया वाहनों का उत्पादक हमारा देश भारत ही है। इसके अलावा हमारा देश भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध और मक्खन उत्पादक भी है।
- भारतीय रेलवे का नेटवर्कः वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के बाद, भारत को पुराना रेल– नेटवर्क विरासत में मिला। स्वतंत्रता के समय 32 लाइनों समेत कुल 42 अलग– अलग रेलवे प्रणालियां थीं, जिसके मालिक भूतपूर्व भारतीय रियासतों के प्रमुख थे। ये लाइनें करीब 33,000 किमी की थीं। वर्ष 1951 में इनका राष्ट्रीयकरण किया गया और अब भारतीय रेलवे दनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है। इसमें 68,312 किमी मार्ग पर 115,000 किमी का ट्रैक और 7,112 स्टेशन हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय रेलवे रोजाना 23 मिलियन यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने – लेजाने का काम करती है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और भारत के पहाड़ी रेलों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल की सूची में स्थान दिया है।
- भारतीय सशस्त्र बलः दुनिया में आज भारत चार बड़ी सैन्य शक्तियों में से एक है और इसके पास दनिया के अत्याधुनिक मिसाइल हैं।
- वर्ष 2017 में सालाना 30-45 मिलियन यात्री श्रेणी में एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे को सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा का खिताब दिया था। इसके अलावा प्रतिष्ठित स्काईट्रैक्स वर्ल्ड एयरपोर्ट अवार्ड्स (Skytrax World Airport Awards) में मध्यएशिया/ भारत में सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा और मध्यएशिया/ भारत में सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट स्टाफ का भी खिताब जीता। यहाँ तक की भारत की मिड – डे मील योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्कूल भोजन कार्यक्रम (रोजाना 120 मिलियन बच्चों को खाना दिया जाता है) है। हमारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम दुनिया में सबसे बडें कार्यक्रमों में से एक है।