फरार आरोपी मेहुल चौकसी को भारत भेजने से एंटीगुआ सराकर ने साफतौर पर मना कर दिया है। यही नहीं चौकसी को गिरफ्तार करने से भी एंटीगुआ की सरकार ने मना कर दिया है। ये जानकारी प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली है। मिली जानकारी के मुतबिक वहां की सरकार का कहना है कि चौकसी को वहां की नागरिकता दी गई है। ऐसे में वहां का संविधान उसकी रक्षा करता है।
साथ ही एंटीगुआ सरकार ने कहा कि लिहाजी चौकसी का पासपोर्ट रद्द नहीं किया जा सकता है और न ही उसे प्रत्यर्पित कियी जा सकता है। गौरतलब, है कि भारत की तरफ से 9 अगस्त को कहा गया था कि बारबुडा और एंटीगुआ सरकार चौकसी के प्रत्यर्पण को लेकर जो अनुरोध किया गया है, उस पर गौर कर रही है, लेकिन अब जो जानकारी सामने आई है वो कुछ और ही बात कह रही है।
दरअसल, पंजाब नेशनल बैंक के 2 अरब डॉलर के घोटाले के सिलसिले में चौकसी पर कई आरोप लगे हैं। ऐसे में भारत सरकार एंटीगुआ देश के कानून के प्रावधान के तहत वापस भारत लाने का प्रयास कर रहा है जो कि फिलहाल के लिए विफल होता हुआ दिख रहा है।