एम करुणानिधि को जिस ताबूत में दफनाया गया उस पर एक पंक्ति लिखी थी ‘एक शख्स जो बिना आराम किए काम करता रहा, अब वह आराम कर रहा है।’ करुणानिधि तमिलनाडू की राजनीति को वो नाम था जो हमेशा दूसरों के हक के लिए लड़ता रहा। इनता ही नहीं जिस दो गज जमीन में करुणानिधि को दफनाया गया उसके लिए भी डीएमके के नेताओं को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा था। अब उसी करुणानिधि की राजनीति विरासत को लेकर एक बार फिर लड़ाई चालू हो गई हैं। आज करुणानिधि के बड़े बेटे एमके अलागिरि ने अपने पिता की राजनीति विरासत के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि पिता के सच्चे समर्थक और सहयोगी उनके साथ हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार को पार्टी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है।
My father’s true relatives are all are on my side. All the supporters in Tamil Nadu are on my side & are encouraging me only. Only time will give the answers…that is all I am willing to say now: MK Alagiri, late DMK Chief M #Karunanidhi‘s son, in Chennai #TamilNadu pic.twitter.com/3dAWMV0a6V
— ANI (@ANI) August 13, 2018