शाही इमाम नूर-उर रहमान बरकती ने एक विवादित बयान दिया है। रहमान ने कहा कि अगर कोई भी पार्टी उस जैसे नेताओं को पैसा देती है तो वो उस पार्टी के लिए रैली कर सकते हैं। दरअसल, एक स्टिंग ऑपरेशन में उन्होंने ये बात कही। रहमान ने कहा कि मुस्लिम वोटों को पैसों से बदला जा सकता है। कोई भी पार्टी अगर उन्हें 5 करोड़ रुपये दे तो वो मुस्लिम वोटों का इंतजाम कर सकते हैं।
स्टिंग में उन्होंने कहा सबसे बड़ा इमाम पैसा है। कुछ भी मुफ्त में नहीं होता। अगर किसी भी पार्टी को अगर 30 फीसदी वोट चाहिए तो उन्हें पैसा खर्च करना होगा। गौरतलब, है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के विश्वासपात्रों में से एक शाही इमाम नूर-उर रहमान बरकती हैं, लेकिन अब रहमान ने कहा कि ममता बनर्जी ने उन्हें धीरे-धीरे साइडलाइन कर दिया।
रहमान ने कहा कि हर 21 जुलाई को शहीद डे रैली को मुझे न्यौता दिया जाता था और उस वक्त ममता और टीएमसी के लिए मेरी उपस्थिति बहुत जरूरी थी, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है जब मुझे निमंत्रण नहीं दिया गया। ऐसे में साफ है कि टीएमसी मुसलमानों की पार्टी के रूप में अपनी छवि नहीं बनाना चाहती।