प्रधानमंत्री लगातार एक देश, एक मतदान की मांग कर रहे है। इस बहस के बीच क्या देश में यह संभव भी हो पाएगा या नहीं और क्या 2019 के लोकसभा चुनावों में एक साथ हो जाएंगे, इस बहस के बीच आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज विधि आयोग को एक पत्र लिखा, जिसमें एक देश, एक मतदान की मांग की गई है। अमित शाह ने अपने पत्र में लिखा है कि, पूरे साल राज्यों में चुनावों के चलते, विकास कार्यों को प्रभावित किया जाता है।
BJP President Amit Shah’s letter to the Law Commission for One Nation One Election. #Delhi (2/2) pic.twitter.com/3NWZogpmzy
— ANI (@ANI) August 13, 2018
भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने एक राष्ट्र, एक मतदान मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कानून आयोग से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्तार अब्बास नकवी, विनय सहस्त्रबुद्धे भी शामिल थे। इस दौरान भूपेंद्र यादव ने कहा कि, “2011 के चुनावों में 16-1700 करोड़ रुपये और 2014 के चुनावों में 4000 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। और एक देश, एक मतदान से इस रकम में कमी आएगी। साथ ही यह अभ्यास कई देशों में सफल रहा है।”
There are over 9 lakh 30 thousand poll booths & over 1 crore workers are posted during polls. Rs 16-1700Cr were spent in 2011 polls & Rs 4000Cr in 2014 polls. #OneNationOneElection would reduce the cost. This exercise has been successful in several countries: Bhupender Yadav, BJP pic.twitter.com/u0l59cOjQT
— ANI (@ANI) August 13, 2018