प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की कठिनाई को समझा और पहली बार कौशल विकास मंत्रालय का निर्माण किया। उनकी सोच थी कि जबतक व्यक्ति के कौशल का विकास नही होगा तब तक वह कुशल नही होगा। उपरोक्त बातें केंद्रीय रेल व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने एरिक्सन द्वारा आसमानी चक स्थित स्किल डेवलपमेंट सेंटर के उद्घाटन के पश्चात मालगोदाम स्थित एक मैरेज हॉल में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि देश मे पहले भी कौशल विकास मंत्रालय होते थे पर अन्य मंत्रालयों में समाहित रहते थे। जिससे कौशल विकास के कार्य धरातल पर नही आते थे। उन्होंनें अपनी और समस्त जनपद के लोगों की ओर से एरिक्सन कम्पनी के एमडी श्री मून जियो का स्वागत करते कहा कि एरिक्सन टेलीकॉम के क्षेत्र में देश ही नही विश्व स्तर पर भी बड़ा नाम है। ये कम्पनी अपने उत्पादों का निर्यात चीन के अलावा अन्य किसी देशों में नही करती थी। लेकिन मैं कम्पनी के लोगों का विशेष धन्यवाद करके बताना चाहता हूँ कि आने वाले तीन महीनों में भारत के पूना शहर से इसके निर्यात का कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने स्किल डेवलोपमेन्ट सेंटर की चर्चा करते कहा कि इस सेंटर में मोबाइल हार्डवेयर और टेक्निकल कम्प्यूटर स्किलड की ट्रेंनिंग छात्र छात्राओं को दी जाएगी। जिसका लाभ जनपद के पढ़े लिखे नौजवानों को मिलेगा। इसमे ट्रेंनिंग प्राप्त करने के बाद वह युवा रोजगार पाने के साथ साथ स्वयं रोजगार पैदा करने के योग्य हो जाएगा। कहा कि आने वाले दिनों में ये केंद्र यहां के युवाओं के लिए एक नया आयाम स्थापित करेगा। आगे कहा कि दुनिया की तुलना में भारत युवा देश है।
कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री ने ट्रेंनिंग सेंटर का उद्घाटन फीता काट व दीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद ट्रेनिंग लेने वाले छात्रों से उनका परिचय हुआ और छात्रों को मन लगाकर प्रशिक्षण प्राप्त करने की सलाह दी। कार्यक्रम के अंत मे एक छात्रा द्वारा किये गए सवाल के जवाब में मंत्री जी ने बताया कि जो छात्र-छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब है। उनके लिए मोदी सरकार योजनायें चला रही है। लेकिन जनपद में जो ऐसे छात्र छात्राएं है वह हमारे कार्यालय पर आकर सूचित करें उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिलाधिकारी के. बाला जी, पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह, समेत कई बड़े लोग मौजूद थे।
हिंद न्यूज़ टीवी के लिए गाजीपुर से सुनील सिंह