लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत तथा बचाव कार्य तेजी से चलाये जाने के निर्देश दिये हैं। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि ऐसे स्थलों पर लोगों को बचाने के साथ-साथ राहत के कार्य तेजी और प्रभावी ढंग से किये जा रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ के खतरे से निपटने एवं राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी ढंग से करने के दृष्टिगत एनडीआरएफ की 11 टीमें डेप्लॉय की गयी हैं। इसके अलावा, एसडीआरएफ0की 3 कम्पनियां भी डेप्लॉय की गयी हैं। पीएसी फ्लड बटालियन के अंतर्गत कुल 17 कम्पनियां हैं, जिन्हें बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील 26 जनपदों में तैनात कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से अब तक 12 जनपदों फर्रुखाबाद, फैजाबाद, बिजनौर, कानपुर देहात, गोण्डा, कानपुर नगर, बहराइच, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, पीलीभीत, मऊ में 1,08,965 जनसंख्या प्रभावित हुई है। इनमें से 15,382 लोगों तथा 1,253 पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। इसके लिए अब तक 46 राहत शिविर लगाये गये हैं। बाढ़ प्रभावितों में अब तक 1,486 खाद्यान्न सामग्री बैग वितरित किए जा चुके हैं।
पिछले 24 घण्टे में हुई क्षति के सम्बन्ध में प्रवक्ता ने बताया कि जनपद इलाहाबाद में 01, गाजियाबाद में 01, खीरी में 02, फर्रूखाबाद में 01 तथा रामपुर में 01 व्यक्ति कुल 06 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जबकि जनपद गाज़ियाबाद में 10, फर्रुखाबाद में 01 तथा रामपुर जनपद में 02 कुल 13 लोग घायल हुए हैं। साथ ही, 196 मकान/झोपड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। पीड़ितों में राहत सहायता वितरण के लिए कार्यवाही की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि 01 जुलाई, से 08 अगस्त तक कुल जनहानि 211 है, जबकि 166 लोग घायल हुए हैं। इस अवधि में कुल पशु हानि 242 है। क्षतिग्रस्त होने वाले मकानों की संख्या 2,732 है। उन्होंने बताया कि 7 अगस्त तक के समस्त प्रभावित परिवारों को राहत सहायता वितरित की जा चुकी है।