एर्नाकुलम/त्रिवेंद्रम। गुरुवार को केरल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 20 लोग मारे गए।
लगातार बारिश ने क्षेत्र में नदियों में बाढ़ की वजह से अधिकारियों से 22 बांधों के शटर खोलने का आग्रह किया।
गड़बड़ी इतनी गंभीर रही है कि प्रशासन को इडुक्की जलाशय पर चेरुथोनी बांध के स्लूस गेट खोलने के लिए मजबूर किया गया था, जो 26 वर्षों में पहली बार किया गया।
कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीआईएल) के परिचालन क्षेत्र में पानी बह रहा है। हवाईअड्डे शॉर्ट नोटिस के साथ बंद हो सकता है, सीआईएल में लंबी अवधि की पार्किंग नहीं हो सकती है और आगे की अधिसूचना तक अन्य हवाई अड्डों से कोई मोड़ नहीं दिया जाएगा।
जल आपदा ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और फायर ब्रिगेड को लगाया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराय विजयन ने बताया कि हमने सेना, नौसेना, तटरक्षक और एनडीआरएफ से मदद मांगी है। तीन एनडीआरएफ टीमें आई हैं, जल्द ही आने वाली दो टीमें और छह अतिरिक्त एनडीआरएफ टीमों को भी बुलाया गया है।
एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर मोहम्मद वाई सफिरुल्ला ने कहा कि सभी हाथ स्थिति से निपटने के लिए डेक पर हैं।
सुबह में एडमलायर बांध से पानी छोड़ा गया था जिसके बाद पेरियार नदी का जल स्तर एक मीटर बढ़ गया है, लेकिन आतंक की कोई जरूरत नहीं है, हम इसे संभालने की पूरी क्षमता में हैं और हम उच्च चेतावनी पर हैं।