एक शख्स पिछले साल से अपनी बीवी को घर वापिस लाने के लिए पुलिस से गुहार लगा रहा है। मामला उत्तराखंड के उधमसिंह नगर का है। दरअसल नसीम नाम का ये शख्स पिछले एक साल से अपने बीवी को पाने के लिए थाने के चक्कर काट रहा है।
इसकी पत्नी खोई नहीं है, ना ही किसी ने उसे किनडैप किया है। नसीम का कहना है कि उसने अपने दोस्त को अपनी बीवी उधार दी थी लेकिन अब वो उसे लौटा नहीं रहा है। बीवी उधार ली है ये सुनकर आपको हैरानी जरूर हो रही होगी लेकिन नसीम के मुताबिक ये सोलह आने सच है।
जानें क्या है पूरा मामला-
नसीम ने अपने दोस्त को अपनी बीवी उधार क्यों दी उसके पीछे की कहानी भी जान लीजिए। नसीम ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के भोजपुर में रहने वाला इसका दोस्त शफी अहमद चेयरमैन का चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन भोजपुर सीट पिछड़े वर्ग में आरक्षित हो गई और इसीलिए उसने पिछड़ी जाति के दोस्त नसीम अहमद से उसकी बीवी रेहमत जहां को उधार मांगा ताकि शफी उसे चुनाव में खड़ा कर सके।
किस्मत देखिए रहमत जहां चुनाव जीतकर चेयरमैन भी बन गई। वादे के मुताबिक चुनाव के बाद उसे उसकी बीवी वापस मिल जानी थी पर एक साल हो गया लेकिन अब तक उसके दोस्त ने उसकी बीवी वापस नहीं किया है।
बीवी वापस ना मिलने पर नसीम ने पहले पुलिस से शिकायत की और जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो कोर्ट से गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि नसीम से रेहमत जहां का तलाक हो चुका है, जिसके बाद रेहमत जहां ने शफी अहमद से शादी कर ली लेकिन नसीम अब भी आस लगाए बैठा है कि उसकी बीवी एक दिन वापस आ जाएगी।
नसीम को उसकी बीवी वापस मिलेगी या नही यह तो नही पता लेकिन हलाला के बाद इस्लाम का यह दूसरा मामला बेहद ही शर्मसार करने वाला है।