लखनऊ। उत्तर प्रदेश महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने मंगलवार को आश्रय घरों में हुई सभी अनियमितताओं के लिए राज्य में पूर्व सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है।
मीडिया को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा कि वे पार्टियां इस मामले पर राजनीति कर रही हैं, जिनके शासनकाल के दौरान इस तरह के आश्रय घरों को लाइसेंस जारी किए गए।
उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस तरह की घटना या तो लापरवाही की वजह से हुई या सहानुभूति की वजह से। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद इस पर कार्रवाई करने के बारे में फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा।
रविवार को, पुलिस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक आश्रय घर से 24 लड़कियों को बचाया था और एक जोड़े को गिरफ्तार किया था, जो आश्रय घर चला रहे थे। एक लड़की आश्रय घर से बचने के बाद प्रकाश में आई और घर में रहने वालों के बारे में पुलिस को सूचित किया।
मुख्यमंत्री ने आश्रय घर बंद करने पर कार्रवाई न करने के लिए देवरिया के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सुजीत कुमार को हटाने और पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों (डीपीओ) नीरज कुमार और अभिषेक पांडे को निलंबित करने का आदेश दिया।