पब्लिक सेक्टर के सिंडिकेट बैंक को वित्त वर्ष 2018-2019 की पहली तिमाही में 1,281.77 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। बैंक को यह घाटा एनपीए के लगातरा बढऩे से हुआ हैं। वित्त वर्ष 2017-2018 की इसी तिमाही में बैंक को 263.19 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि पहली तिमाही के दौरान उसकी आय घटकर 5,637.51 करोड़ रुपए रह गई, जो एक साल इसी दैरान 6,171.49 करोड़ रुपए थी। बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी ब्याज आय घटकर 5,484.13 करोड़ रुपए से घटकर 5,257.19 करोड़ रुपए रह गई। इसके अलावा रिजर्व बैंक के पास जमा और अन्य अंतर बैंक कोषों से भी उसकी ब्याज आय घटी है। पहली तिमाही के दौरान बैंक का एनपीए बढ़कर 12.59 प्रतिशत हो गया हैं, जो एक साल पहले 9.96 प्रतिशत था।
वहीं बैंक के शुद्ध एनपीए में भी बढ़ोतरी हुई हैं। बैंक का शुद्ध एनपीए 6.64 प्रतिशत बढ़कर हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 6.27 प्रतिशत था तथा मार्च में समाप्त पिछली तिमाही में 6.28 प्रतिशत था। अगर बात मूल्य के हिसाब से करे तो पहली तिमाही के अंत तक बैंक का सकल एनपीए 26,361.52 करोड़ रुपए था, जो एक साल पहले 20,183.85 करोड़ रुपए रहा था। इस दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए 12,188.30 करोड़ रुपए से बढ़कर 13,010 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।