यूपी के मुगल सराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर दिया गया इसके बाद एक साभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एनआरसी के मुद्दे पर विपक्ष को निशाने पर लिया। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से निकालना चाहते हैं या नहीं। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। आपको बता दे, यह जंक्शन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटा हुआ है, लेकिन यह चंदौली जिले में आता है।
अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि, असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने के लिए एनआरसी की यह व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बीते यह काम पहले ही किया जाना चाहिए था लेकिन नहीं हुआ। साथ ही कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने पूछा कि क्या अपने देश से घुसपैठियों को निकालना गलत है? साथ ही अमित शाह ने पिछड़े वर्ग बिल को लेकर भी कांग्रेस से सवाल पूछा। उन्होंने कहा, “मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि वो राज्यसभा में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के बिल को पास करने में समर्थन देंगें या नहीं।’ इसके बाद उन्होंने कहा कि कोई पार्टी साथ दे या न दे लेकिन भाजपा पिछड़े वर्ग को अधिकार देकर रहेगी।
मंच से लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, भाजपा ने यूपी को पिछले 15 सालों से चले आ रहे माफिया राज से मुक्ति दिलाई है, हर जिले के इनामी बदमाशों को पकड़कर या तो जेल में डाल दिया गया है या फिर एनकाउंटर कर दिया गया। जिसके चलते प्रदेश के माफियाओं में योगी सरकार का डर दिखाई दे रहा है।