अमेरिका की दिग्गज टेलिकांम कंपनी एप्पल 1 ट्रिलियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ डॉलर की कंपनी बन चुकी है। गुरुवार को कारोबार के दौरान अमेरिकी शेयर बाजार में एप्पल का मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर यानि करीब 69 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार गया। इसके साथ ही एप्पल इस स्तर को छूने वाली अमेरिका की पहली लिस्टेड कंपनी है। कंपनी ने मंगलवार को जून तिमाही के नतीजे जारी किए थे। तब से इसके मार्केट कैप में करीब नौ फीसद की वृद्धि हुई है। गुरुवार के कारोबार में एप्पल के शेयर 2.8 फीसद उछलकर 207.05 डॉलर के ऊंचे स्तर तक पहुंच गए।
गैराज से शुरू किया था सफर
1976 में स्टीव जॉब्स जिस कंपनी को एक गैराज से शुरू किया था वो आज इस मुकाम पर पहुंच गई है कि वो आज 177 देशों से ज्यादा अमीर कंपनी बन गई है। वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया के 193 देशों में से सिर्फ 16 ही देश हैं जिनकी जीडीपी एप्पल की मार्केट कैप से ज्यादा है। एप्पल की वैल्यू इस समय करीब-करीब इंडोनेशिया की जीडीपी के बराबर है।
आइफोन से हुआ फायदा
2007 में स्टीव जॉब्स ने कंपनी के नाम से कंप्यूटर शब्द हटाते हुए आइफोन लांच किया था। आइफोन की लांचिंग के बाद से कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आइफोन की लांचिंग के बाद करीब एक दशक में कंपनी की साल2006 की तुलना में बिक्री 11 गुना होकर 229 अरब डॉलर और मुनाफा 48.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 2006 में कंपनी की बिक्री 20 अरब डॉलर और मुनाफा दो अरब डॉलर रहा था। पिछले साल एप्पल अमेरिका की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी रही।
वहीं एप्पल इनसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने 2018 की तीसरी तिमाही में कुल 4.18 आईफोन बेचे हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल-दर-साल आधार पर एप्पल की सेल्स ग्रोथ रेट 3 फीसदी हो सकती है। कंपनी ने इस फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में 53.3 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया है, जोकि एक साल पहले की तिमाही की तुलना में 17 फीसदी अधिक है। पिछले साल की एक रिपोर्ट बताती है कि आईफोन ने अपने हर आईफोन की बिक्री पर औसतन 9,600 रुपए का मुनाफा कमाया है।
रिलायंस और टीसीएस से करीब 10 गुना बड़ी
एप्पल कंपनी के आकार का अंदाजा आप इस उदाहरण से लगा सकते हैं। हाल ही में भारत करीब 2.6 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ फ्रांस को पीछे छोड़ दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बना था। एपल भारतीय अर्थव्यवस्था का 38% है। एप्पल मार्केट कैप के लिहाज से भारत की दो सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और टीसीएस से करीब 10 गुना बड़ी कंपनी है।
खरीद सकती हैं तीन पाकिस्तान
एप्पल का मार्केट कैपिटल हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की इकनॉमी का करीब 3 गुना है। यानि एप्पल की तुलना अगर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था से की जाए तो अकेली एप्पल कंपनी 3 से ज्यादा पाकिस्तान खरीद सकती है।
चीन की कंपनी कर चुकी हैं कारनाम
एप्पल से पहले एक ट्रिलियन डॉलर का स्तर चीन की सरकारी कंपनी पेट्रो चाइना ने छुआ था। 2007 में शंघाई में लिस्टिंग के तुरंत बाद इसका बाजार मूल्यांकन 1.1 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया था। अभी इसका मार्केट कैप 200 अरब डॉलर के करीब है।