असम के सिलचर एयरपोर्ट पर गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसदों, एक मंत्री और एक विधायक को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए जाने के बाद तृणमूल नेताओं का कहना है कि वे एयरपोर्ट छोड़कर नहीं जाएंगे। साथ ही जो जानकारी सामने आ रही हैं उसके अनुसार इन नेताओं को अगली उड़ान से वापस भेजा जा सकता है। टीएमसी के नेताओं का आरोप है कि उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना चाहते थे लेकिन उन्हें जबरन हिरासत में ले लिया गया।
#WATCH Trinamool Congress MP and MLA delegation detained at Silchar airport #NRCAssam pic.twitter.com/G8l2l3OEFp
— ANI (@ANI) 2 August 2018
टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं ने असम सरकार के इस कदम की आलोचना की है। तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि सिलचर एयरपोर्ट पर उनके नेताओं के साथ बदसलूकी की गई। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी लोग जन प्रतिनिधि हैं। तृणमूल नेताओं ने कानून का उल्लंघन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सिलचर में इस समय सुपर इमरजेंसी लगी हुई है।
असम में एनआरसी के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां कल टीएमसी की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसी मुद्दे पर संसद भवन में विभिन्न दलों के नेताओं के साथ साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता अाडवाणी से मुलाकार की थी वहीं आज उनकी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी आज असम के लिए गया ताकि असम की जमीनी हकीकत से रूबरू हो सके। लेकिन टीएमसी के इस प्रतिनिधिमंडल को सिलचर एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।