पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। इस बैठक के दौरान में तीनों नेताओं के बीच असम एनआरसी और 2019 के होने वाले आम चुनाव पर चर्चा हुई। ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जनवरी में होने वाली में रैली में आने का न्योता भी दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री पद की होड़ में नहीं हैं और शीर्ष पद के लिये उम्मीदवार सभी विपक्षी पार्टियां मिलकर चुनेंगी। इससे पहले वो संसद भवन में बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी से भी मिली थी। साथ ही उन्होंने शिवसेना नेता संजय राउत से भी तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में मुलाकात की थी।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ममता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने मौजूदा राजनीतिक स्थिति और भविष्य में गठबंधन की संभावना पर चर्चा की। हमने एनआरसी के मुद्दे पर भी चर्चा की।’’ इस दौरान जब ममता से गृह युद्ध वाले बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ‘‘मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है। मेरी चिंता उन 40 लाख लोगों को लेकर है जिनके नाम एनआरसी से बाहर हैं।’’ ममता ने दावा किया कि भाजपा राजनीतिक रूप से परेशान है क्योंकि वह जानती है कि 2019 में वह सत्ता में नहीं आने वाली है। जब ममता से पीएम पद पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं किसी पद की होड़ में नहीं हूं। मेरी दिलचस्पी इस बात को देखने में है कि सभी पार्टियां मिलकर काम करें। सभी राजनैतिक दल एकसाथ बैठेंगे और फैसला करेंगे।’
ममता बनर्जी ने जद (एस) नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से भी मुलाकात की और उन्हें जनवरी में होने वाली रैली में आने का न्योता दिया। ममता बनर्जी ने ने सभी विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल असम भेजने की अपील की। उन्होंने कहा कि यद्यपि तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को असम जायेगा, लेकिन अन्य दलों को भी सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।