गाजियाबाद के इंदिरापुरम पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की है, जो क्रिप्टो करेंसी यानी बिटकॉइन के नाम पर ठगी कर रहे थे। रिप्पल फ्यूचर नाम से इन्होंने एक फर्जी कंपनी बनाई हुई थी। और लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे थे ।बिटकॉइन में पैसे लगाने और रोज उस पर इंटरेस्ट देने का झांसा दिया गया था। पुलिस के मुताबिक 50 से ज्यादा लोग दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान से सामने आ चुके हैं, जिनके साथ करीब 10 करोड रुपए की ठगी को अंजाम दिया जा चुका है। क्रिप्टो करेंसी एक ऑनलाइन करेंसी होती है। जिसमें पैसे इन्वेस्ट करने का झांसा दिया जाता है । और उसे दोगुना, करने का भी झांसा दिया जाता है। जिसमें लोग फंस जाते हैं। हाल ही में इंदिरापुरम थाने में शिकायत की गई थी, जिसके आधार पर ही गिरफ्तारी हुई है। मामले में मुंबई के रहने वाले नेल्सन लोबो और गाजियाबाद के गौरव अनेजा को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने सैकड़ों लोगों से क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन पैसे लगवाए। यही नहीं पीड़ितों को दुबई बुलवाया, और घुमाया फिराया और खिलाया भी था। ताकि सभी लोग झांसे में आ जाएं । और हुआ भी वही। अंदेशा है कि करीब 100 करोड रुपए की ठगी हुई होगी। लेकिन फिलहाल 50 पीड़ित सामने आए हैं बाकी पीड़ितों का पुलिस इंतजार कर रही है।
बताया जा रहा है कि अभी इस मामले में कई और लोग शामिल है जो विदेश में बैठे हैं। ऑनलाइन करेंसी भारत में बैन कर दी गई थी। क्योंकि पहले ही कई पीड़ित इसमें सामने आ चुके थे। इसके नाम पर ठगी लगातार हो रही थी। पुलिस को शक है कि इस मामले का मास्टरमाइंड विदेश में बैठा हो सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई सामान्य से ज्यादा इंटरेस्ट देने, या लाभ देने की बात करता है, तो उस मामले में इन्वेस्ट करने से पहले जांच परख लें।
पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद बाकी के नाम सामने आने की उम्मीद है। लेकिन अगर आप भी ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो जरा होशियार रहिए। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी से जुड़े हुए शिकारी लगातार अपने शिकार की तलाश में है।
हिंद न्युज़ टीवी के लिए गाजियाबाद से रमन शर्मा