बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर पर कहा कि इस मसले पर देश को गुमराह किया जा रहा है। अमित शाह ने कहा कि जब सदन में मैंने एनआरसी पर अपनी बात रखनी चाही तो सदन नहीं चलने दिया गया। साथ ही कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए शाह बोले, वोटबैंक के चक्कर में कांग्रेस बंगाली घुसपैठियों को बाहर करने का साहस नहीं दिखा सकी।
एनआरसी पर किया जा रहा हैं गुमराह
अमित शाह ने अपनी प्रेस काफ्रेंस में साफ तौर पर कहा कि यह लिस्ट फाइनल नहीं हैं उन्होंने कहा कि,”पिछले दो दिनों से देश में एनआरसी के उपर बहस चल रही है और यह कहा जा रहा है कि 40 लाख भारतीयों नागरिकों को अवैध घोषित कर दिया गया है, जबकि वास्तविकता है कि प्राथमिक जांच होने के बाद जो भारतीय नहीं है उनके नाम एनआरसी से हटाए गए हैं।” अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘जब सदन में मैंने एनआरसी पर अपनी बात रखनी चाही तो सदन नहीं चलने दिया गया। ये मेरे दुर्भाग्य की बात है कि मैं अपनी बात नहीं रख पाया। इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी।’
राहुुल स्पष्ट करे रूख
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी एनआरसी के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस समेत दूसरे दलों से भी एनआरसी पर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की। अमित शाह के बताया कि, पी. चिदंबरम ने गृहमंत्री रहते हुए कहा था कि बांगलादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा। लेकिन अब कांग्रेस की तरफ से सवाल उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘असम के अंदर अवैध घुसपैठ के कारण वहां का जनजीवन व्यस्त होता था, जिसके बाद युवाओं ने आंदोलन छेड़ा और असम समझौता हुआ था। तब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। समझौते की आत्मा एनआरसी है, जिसमें ये कहा गया कि एक-एक घुसपैठिए को चुनकर देश के बाहर किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि एनआरसी 2005 पर कांग्रेस ने शुरू किया था। कांग्रेस ने तब हिम्मत नहीं दिखाई और लेकिन कांग्रेस अब उसी एनआरसी पर देश को गुमराह कर रही है।” अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के अंदर बांग्लादेशियों को बाहर निकालने का साहस नहीं था, क्योंकि वोटबैंक जाने का खतरा था।
ममता बताए कैसे होगा गृहयुद्ध
अमित शाह मे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें अपना सामान्य ज्ञान थोड़ा ठीक करना चाहिए। अमित शाह ने कहा, ममता बनर्जी चुनाव जीतने के लिए भ्रांतियां फैला रही हैं। अमित शाह ने ममता बनर्जी से पूछा कि ममता बताए कैसे होगा गृहयुद्ध। शाह ने समूचे विपक्ष को घेरते हिए कहा कि बीजेपी और बीजेडी के अलवा किसी भी पार्टी ने यह कहना उचित नहीं समझा है कि हमारे देश में घुसपैठियों का कोई स्थान नहीं है। अमित शाह ने साफ कहा कि बीजेपी देश की सीमा सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और अपने असली नागिरकों के मानवाधिकारों के साथ वह कोई समझौता नहीं कर सकती है।