नई दिल्ली। हीरा कारोबारी और पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी ने बताया कि उसने अपने व्यापार का विस्तार करने और 130 देशों की वीजा मुक्त यात्रा प्राप्त करने के लिए एंटीगुआ में नागरिकता के लिए कानूनी रूप से आवेदन किया है।
उसने आगे कहा कि मैं यह कह सकता हूं कि मैंने निवेश कार्यक्रम द्वारा नागरिकता के तहत एंटीगुआ और बारबूडा के नागरिक के रूप में पंजीकृत होने के लिए कानूनी रूप से आवेदन किया है। मेरे आवेदन के दौरान, मैंने वह सभी शर्तें पूरी की जो कानूनी रूप से मेरे लिए आवश्यक थीं। मेरी नागरिकता को निश्चित रूप से अनुमोदित किया गया है। मेरा आवेदन कैरेबियाई देशों में अपने व्यापार को बढ़ाने और 130 या उससे अधिक देशों में वीज़ा मुक्त यात्रा की मेरी इच्छा से किया गया है। एंटीगुआ और बारबूडा के नागरिक बनने का विकल्प मैंने खुद चुना है।
जनवरी 2018 में मुझे इलाज करना के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका जाने की आवश्यकता थी। इलाज कराने के बाद भी मैं एक देश अभियुक्त हूं। इसकी वजह से मैं एंटीगुआ और बारबूडा में रहने का फैसला किया है।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने एंटीगुआ के अधिकारियों को उनके बारे में ब्योरा देने की मांग की थी। उसके दो दिन बाद उसका यह बयान वकील के माध्यम से आया है।
भारत और एंटीगुआ के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण या पारस्परिक सहायता के लिए कानूनी संधि नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए, भारत जो वित्तीय कार्य बल का सदस्य है, वह मनी-लॉंडरिंग वॉच डॉग से सहयोग मांग सकता है। भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के तहत भारत सहायता भी ले सकता है।
इससे पहले चोकसी ने भारत लौटने से इंकार कर दिया था और कहा था कि वह मॉ लिंचिंग से डरता है।
इस तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को मॉब लिंचिंग वाला देश बताकर भारत को बदनाम करने की कोशिश की है।