प्रदेश की योगी सरकार भले ही गांवो में विकास के लाख दावे करे लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा होता नही दिख रहा। गाँवो में भ्र्ष्टाचार इस कदर बढ़ता जा रहा है कि गाँवो में आये विकास कार्यो के लिए धन की खूब बंदर बाट प्रधान, सचिव द्वारा मिलकर की जा रही है। उन्हें तनिक भी प्रशासन का डर नही रहा। ऐसा ही एक गाँव गाज़ीपुर जिले के बाराचवर ब्लॉक अंतर्गत सिउरी खास है। जहाँ ग्रामप्रधान एंव सचिव भ्र्ष्टाचार में इस कदर लिप्त है कि उन्हें ज़रा भी प्रशासन का भय नही है। लगभग तीन हजार की आबादी वाले इस सिउरी खास गांव में आज भी ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से कोसो दूर है। नाली,खड़ंजा, आवास, शौचालय, रा
गांव में अधिकांशतः पात्र लोगो का अभी भी शौचालय नही बना है। ना ही उन्हें राशन मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया राशन कार्ड को आधार से जोड़ने के नाम पर कोटेदार द्वारा 50-50 रुपये की मांग की जा रही है। नहीं देने पर राशन कार्ड निरस्त करने की धमकी देता है। ग्रामीण शिवनाथ कुशवाहा, राजदेव राजभर, भागमती, सुनदर कुशवाहा, मंतु ने बताया गांव निकली सड़क पर खड़ंजा न होने से बरसात में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। गांव में आये सोलर लाइट के पैसे को प्रधान, सचिव द्वारा मिलकर बंदरबाट कर लिया गया एक भी गांव में सोलर लाइट नही जल रही। ग्रामीण खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है। जो आवास के पात्र है उन्हें आवास नही मिल पा रहा। पात्रों की अनदेखी कर अपात्रों को ही आवास, शौचालय आवंटित कर दिया गया है। जब इस संबंध में ग्रामप्रधान रमेश यादव से जब पूछा गया तो प्रधान द्वारा जो मर्जी आये खबर छाप देने की बात कही गयी। सचिव अमरजीत गुप्ता ने आवास में रुपये मांगने की बात को सिरे से खारिज कर दिया गया।
हिंद न्यूज टीवी के लिए गाजीपुर से सुनील गिरी