लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अनावश्यक महत्व दिया जा रहा है। ये मुद्दा इतना महत्वपूर्ण नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मनुष्य महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गाय भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं। दोनों को संरक्षित करने की जरूरत है।
कांग्रेस पर इस मुद्दे को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि इन घटनाओं को अनावश्यक महत्व दिया जा रहा है। यदि आप मॉब लिंचिंग की बात करते हैं, तो 1984 को भी जरा याद कर लीजिए। कानून और व्यवस्था राज्य सरकारों का मामला है। कांग्रेस का इरादा तिल का ताड़ बनाने का है। कांग्रेस अपने इस इरादे में कभी सफल नहीं हो सकती है।
योगी ने आगे कहा कि सभी को सुरक्षा प्रदान करेंगे, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति, हर समुदाय और हर धर्म को एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने की ज़िम्मेदारी भी है। मनुष्य तो महत्वपूर्ण हैं और गायें भी महत्वपूर्ण हैं। दोनों की प्रकृति में अपनी भूमिकाएं हैं। हर किसी को संरक्षित किया जाना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले हफ्ते संसद को इस तरह के अपराधों पर जांच करने करके एक विशेष कानून बनाने का निर्देश दिया था, जिसमें कहा गया था कि लोकतंत्र में इस तरह के भयावह कृत्य करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सोमवार को केंद्र सरकार ने कहा था कि वह कानून का राज स्थापित करने के लिए और प्रभावी उपायों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
केंद्र ने लोकसभा को सूचित किया कि उन्होंने गृह सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। ताकि वे हिंसा की घटनाओं पर दंड के लिए अलग-अलग प्रावधान के लिए विचार-विमर्श कर सकें।
गाबा द्वारा नियुक्त समिति केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा शासित मंत्रियों के समूह (जीओएम) को अपनी रिपोर्ट जमा करेगी। देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2014 और 3 मार्च, 2018 के बीच नौ राज्यों में 40 विभिन्न मामलों में 45 लोग मारे गए थे।
गौरतलब है कि हाल ही में मॉब लिंचिग की एक घटना में, अकबर खान नामक एक मुस्लिम शख्स की 20 जुलाई को राजस्थान के अलवर जिले में एक भीड़ ने गाय तस्करी के संदेह पर मार डाला था।