टेबल टेनिस में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली ‘मनिका बत्रा’ ने रविवार 22 july की शाम को एयर इंडिया के कुप्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए ट्वीट किया। इस ट्वीट में मनिका बत्रा ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया।
आपको बता दें, कि मनिका बत्रा सहित सात भारतीय खिलाड़ियों को एयर इंडिया ने ओवरबुकिंग के कारण एयर इंडिया दिल्ली-मेलबर्न उड़ान देने से इंकार कर दिया गया था। हालांकि, मनिका बत्रा के ट्वीट के तुरंत बाद ही भारत के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ डायरेक्टर जनरल नीलम कपूर को कार्रवाई कर उनका दूसर बोर्डिंग पास बनाकर उन्हें उड़ान दी।
हालांकि, मनिका बत्रा ऐसी इकलौती मुसाफिर नही है, जिनके साथ ऐसा हुआ हो। इससे पहले भी एयर इंडिया ने ऐंड वक्त पर कई मुसाफिरों हवाई यात्रा पर ले जाने से इंकार किया है। एयर इंडिया रोजाना करीब 20 मुसाफिरों को ऐंड वक्त पर मना कर देती है।
डीजीसीए के आंकड़ों की मानें तो जनवरी 2018 से जून 2018 के बीच करीब 3582 मुसाफिरों को एयर इंडिया के द्वारा ऐंड वक्त पर इंकार कर दिया गया। इन सभी यात्रियों को यात्रा पर ले जाने से इंकार करने के पीछे का कारण टिकटों की ओवर बुकिंग है।
एयरलाइंस ने दिया मुसाफिरों को 126 लाख का हर्जाना
डीजीसीए ने नियमों में स्पष्ट करते हुए कहा है, कि कोई भी एयरलाइंस अगर आखिरी वक्त पर किसी मुसाफिर को यात्रा पर ले जाने से इंकार करती है। तो उसे पीड़ित मुसाफिरों को नगद हर्जाना देना होगा। इन नियमों के तहत जून में विभिन्न एयरलाइंस ने मुसाफिरों को 126.88 लाख रुपए का हर्जाना दिया। जिसमें एयर इंडिया सबसे आगे है।
आखिरी वक्त पर क्यों इंकार करती हैं एयरलाइंस
एयरलाइंस के अधिकारीओ ने बताया, कि कोई भी एयरलाइंस अपने विमान की एक भी सीट खाली नही छोड़ना चाहती। हर एयरलाइंस के पास अपने मुसाफिरों की एक संख्या होती है, एयरलाइंस को पता होता है, कि वो एक बार में कितने मुसाफिरों को सफर करा सकती है।
जैसे-एक एयरलाइंस मे 180 सीटें है। करीब दस फीसदी मुसाफिर आखिरी समय में अपनी टिकट कैंसल करा लेते है। तो इसके चलते एयरलाइंस 200 मुसाफिरों की बुकिंग कर लेती है। और कई बार ऐसा होता है, कि फ्लाइट का कोई भी मुसाफिर अपनी टिकट कैंसल नही कराता है। तो ऐसे में 180 सीट वाले विमान में यात्रा करने के लिए 200 मुसाफिर पहुंच जाते है। इसलिए 20 यात्रियों को एयरलाइंस यात्रा पर ले जाने से इंकार कर देती है।