एमकेपी पीजी कॉलेज में छात्राओं ने खूब गुंडई दिखाई। छात्राओं के दो गुटों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। एक-दूसरे के बाल पकड़कर खींचे। छात्राओं ने कॉलेज के शिक्षकों और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। जहां इस हाथापाई में एक छात्रा बेहोश भी हो गई। उत्पाती छात्राओं को पुलिस थाने ले गई। जहां दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। खूनी संघर्ष देख शिक्षिकाएं भी काफी आहत हुईं।
आरोपों के अनुसार एनएसयूआई की पूर्व कार्यकत्री हीना और नसरीन अंसारी ने शनिवार को एमकेपी में आते ही एनएसयूआई कार्यकत्री मिलाती रावत पर हमला बोल दिया। झगड़ा इस कदर हुआ कि मिताली बेहोश हो गई। आरोप यह भी है कि इस बीच नसरीन के पिता भी कॉलेज पहुंचे थे। एनएसयूआई की प्रदेश अध्यक्ष डिंपल शैली भी एमकेपी पहुंची। उन्होंने नसरीन और हीना से मारपीट की वजह पूछी तो उनके साथ भी हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद दोनों छात्रा गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। जमकर लात-घूंसे चले। एक-दूसरे के बाल पकड़कर खूब मारपीट की। मौके पर प्राचार्य डॉ. सुनीता कुमार भी पहुंची लेकिन छात्राओं ने उनकी एक न सुनी। वहीं उत्पात मचा रही सभी छात्राओं को पुलिस अपने साथ कोतवाली ले गई। बाद में किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई। दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता हो गया।
पू्रे मामले पर एमकेपी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सुनीता कुमार ने कहा कि, परिसर में अराजकता फैलाने वाली कॉलेज की तीन छात्राओं के अभिभावकों को तलब किया गया है। उन्हें कॉलेज में दाखिला न देने पर भी विचार किया जा रहा है। शनिवार को हंगामा करने वाली दो छात्राएं बाहरी भी हैं। बाहरी छात्राओं के कैंपस में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं सिटी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक बीबीडी जुयाल ने बताया कि, एमकेपी कैंपस में हंगामा एवं मारपीट में शामिल पांच छात्राओं को कोतवाली थाने ले जाया गया और उन्हें सख्त चेतावनी दी गई के भविष्य में ऐसी कोई हरकत की तो उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।