यूपी के बलिया में सूखे की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी है। इन किसानों की न सरकार मददगार है और न भगवान। ऐसे में किसान किधर जाए, किसान बस अपनी बदहाली पर आशु बहा रहे है।
भारत देश को कृषि प्रधान देश कहा जाता है, जिसकी 75 प्रतिशत आबादी गाँवो में निवास करती है, जिसका मुख्य कार्य खेती है। भारतीय किसान अपने खेतों की सिचाई से लेकर कटाई तक सरकार से ज्यादा मानसून पर निर्भर होते है, लेकिन ऐसे में ना सरकार है और ना ही मानसून।
बलिया के सुखपुरा थाना क्षेत्र के गुरवां गाव में जहां किसान अपने खेतों को देखकर बेहद चिंतित और परेशान है। इस समय खेत पानी से भरे होने चाहिए थे, लेकिन सरकार की नहर के साथ-साथ मानसून भी किसानों को धोखा दे रहा है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बलिया से अमित कुमार