सोचिए आप पहले दिन अपनी नौकरी पर जाएं और अगले ही दिन अपका बॉस अपको एक कार गिफ्ट कर दें। जी हां जिस व्यक्ति की हम बात कर रहे हैं, शायद उसने सपने में भी ऐसा नहीं सोचा होगा। यह घटना अमेरिका के दक्षिण क्षेत्र में स्थित एक राज्य अलबामा की है।
दरअसल वाल्टर कार्र को पढ़ाई के बाद पहली नौकरी मिली, लेकिन ऑफिस घर से 20 मील यानी की 32 किलोमीटर दूर था। इसलिए युवक ने रात से ही ऑफिस जाने की तैयारी शुरू कर दी ताकि उसे देर न हो जाए। रात में ही वह घर से ऑफिस के लिए निकल गया, लेकिन बीच रास्ते में ही कार खराब हो गई।
We’ve all seen the amazing story shared by Jenny about one of our bellhops, Walter Carr, but many have asked if we have any video from the moment CEO @LukeMarklin thanked Walter for the perseverance he demonstrated on his first day w/ @BellhopsMoving #TheWorldNeedsMoreWalters pic.twitter.com/mXrvI2JQoP
— Bellhops (@BellhopsMoving) July 17, 2018
तो उसने पैदल ही ऑफिस जाने का फैसला किया, ताकि समय पर पहुंच जाए। वाल्टर ने रात 11:30 से अपना सफर शुरू किया। करीब चार घंटे चलने के बाद थकान की वजह से वह एक पार्क में बैठ गए। वहां उस वक्त पेट्रोलिंग के दौरान गुजर रहे पुलिस अधिकारी मार्क नाइथेन ने वाल्टर को देख अपनी गाड़ी रोकी और पूछताछ की।
सारी कहानी जानने के बाद मार्क को लगा कि यदि वाल्टर इसी तरह चलता भी जाएगा तो समय पर ऑफिस नहीं पहुंचेगा। मार्क ने तब वाल्टर को खाना दिया और आराम करने के लिए उसे पास के एक चर्च में ले गए। इसके बाद उसे समय पर ऑफिस पहुंचने में मदद भी की।
Proud to have encountered this young man. He certainly made an impact on us!#PelhamPD #belikewalter pic.twitter.com/d0zz0PMvnv
— Pelham Police Dept (@PelhamPoliceAL) July 16, 2018
ऑफिस से काम खत्म होने के बाद वापस घर लौटने के लिए भी वाल्टर के पास कोई साधन नहीं था। इसलिए उसने पैदल ही वापस लौटने का निर्णय लिया। लौटने के दौरान भी एक पुलिसवाले ने वाल्टर की मदद की और उसकी बात सुनकर इतने प्रभावित हुए कि पूरी घटना को फेसबुक पर शेयर कर दिया।
यह कहानी वायरल हो गई। जब कंपनी के सीईओ लूक मार्कलिन ने इस कहानी को पढ़ा तो वे भी काफी प्रभावित हुए और उन्होनें अगले ही दिन अपनी गाड़ी वाल्टर को दे दी। वहीं मार्कलिन ने इस पूरे घटना पर लिखा कि ऐसे कर्मचारी काफी कम होते हैं। लेकिन जो हाते हैं उनकी इज्जत करना जरूरी है।