क्या आने वाले दिनों में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी जा सकती है ? और क्या इसके पीछे का कारण मुख्यमंत्री की मित्र मण्डली और पार्टी के कार्यकर्ताओं का आमने सामने आना है। औसा इसलिए क्योंकि हिंद न्यूज टीवी को सूत्रों से जो जानकारी मिली है उससे तो ऐसा ही लग रहा हैं। सूत्रों के अनुसार आज उत्तराखण्ड के 15 बीजेपी विधायकों ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। इन विधायको ने अमित शाह से मांग की है कि उत्तराखण्ड के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव किया जाए, वो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कामकाज से खुश नहीं है। विधायको की इस मीटिंग के बाद से एक बात साफ हो गई हैं कि मुख्यमंत्री की मित्र मण्डली और पार्टी के कार्यकर्ता आमने सामने है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगातार ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि वो पार्टी के कार्यकार्ताओं को कोई तवज्जों नहीं देते हैं।
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जिस तरह से एक महिला शिक्षिका को ससंपेड़ किया गया था, उसके बाद पौड़ी गढ़वाल में बस के खाई में गिरने के बाद से जिस करह से मीडिया में खबरे चली कि सरकार ने हेलीकॉप्टर से जो मदद सेवा दी थी उसके लिए सरकार ने लोगों के चार्ज वसूला
साथ ही जनता दरबार में में ट्रांसपोर्टर का जहर खाना और फिर जनता दरबार से उसको बाहर फेकना और उसकी मृत्यु होना
इन तीनों घटनाओं से बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी। हिंद न्यूज टीवी को पार्टी सूत्रों से जो जानकारी मिली हैं उसके अनुसार पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी वहां पर परिवर्तन का मन बना चुका हैं और आने वालें दिनों में वहां पर संगठन को बचाने के लिए मुख्यमंत्री के साथ साथ मुख्यमंत्री मित्र मण्डली पर कार्यवाही कर सकता हैं।