उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के पिलखुवा रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब अवैध वेंडरों ने जीआरपी पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। इस पथराव में चौकी इंचार्ज सहित करीब 5 दैनिक यात्री भी घायल हो गए। अवैध वेंडरों ने चौकी इंचार्ज शरवेज खान पर आरोप लगाया के 80 हजार रूपते प्रति माह लेने के बाद वेंडरों का काम बंद कराया जा रहा है।
जब इस सारे मामले में चौकी इंचार्ज से बात की गई तो चौकी इंचार्ज ने पैसों के आरोपों को सिरे से नकार दिया और वेंडरों का आपस में ही विवाद बताया। तो वहीं अगर लोगों की माने तो चौकी इंचार्ज द्वारा 80 हजार रुपए अवैध वेंडरों से लिए जाते हैं, जिसके बाद भी अब उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है और वेंडरों को पकड़-पकड़ कर जेल भी भेजा जा रहा है।
जिससे आज यह लोग उग्र हो गए और इन्होंने पिलखवा जीआरपी चौकी पर पथराव कर दिया। तो वहीं चौकी इंचार्ज इस सारे मामले में अब कार्रवाई की बात करने को कह रहे हैं, लेकिन एक बड़ा सवाल यह भी उठता है कि अगर वेंडर पुलिस की चौकी पर ही पथराव कर रहे हैं, तो कहीं ना कहीं जीआरपी पिलखवा पर भी सवालिया निशान तो उठते ही हैं।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए हापुड़ से सुनिल गिरी की रिपोर्ट