जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी यानी जेएनयू के चार स्टूडेंट्स को कैंपस के अंदर पकौड़े तलने पर मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। जेएनयू प्रशासन ने चारों स्टूडेंट के पकौड़े बेचने को अनुशासनहीनता मानते हुए इन स्टूडेंट्स पर 20-20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है और उन्हें हॉस्टल से भी निकाल दिया गया है, जबकि तीन स्टूडेंट्स का हॉस्टल बदल दिया गया है।
ऐसा नही कि यह छात्र गर्मी के इस मौसम में पकौड़े खाना चहाते थे, दरअसल यह छात्र फरवरी के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेरोजगार होने से अच्छा पकौड़ा बेचने वाले बयान का विरोध कर रहे थे।
क्या था पकौड़ा मामला-
दरअसल कुछ महीने पहले एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि अगर कोई पकौड़ा बेचकर हर रोज 200 रुपये कमाता है, तो उसे भी नौकरी के तौर पर देखा जाना चाहिए।
इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पीएम मोदी के पकौड़ा बेचने वाले बयान का समर्थन किया था और पीएम के इसी बयान पर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने जमकर हमला बोला था।