तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में अपने निर्वाचन क्षेत्र के कार्यालय में तोड़फोड़ के लिए भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा पर आरोप लगाया।
थरूर ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ आक्रामक नारे लगाये गए; उन्हें पाकिस्तान जाने के लिए कहा गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनका कार्यालय क्षतिग्रस्त हो गया था। उनके अनुसार, परिसर को चौपट करने के लिए तार और इंजन तेल का उपयोग किया गया।
उन्होंने मीडिया से कहा कि बंटवारे के समय लोग अपनी चिंताओं के साथ हिंदुस्तान में आए थे, लेकिन अब उनके अंदर भय पैदा किया जा रहा है। क्या हम अपने देश में यही चाहते हैं? मैं एक नागरिक के रूप में पूछ रहा हूं, एक सांसद के रूप में नहीं। किसी को डराना या धमकाना हिंदू धर्म नहीं है जिसे मैं जानता हूं।
थरूर की “हिंदू-पाकिस्तान” वाली टिप्पणी के बाद एक विवाद शुरू हो गया। अपने विवादास्पद वक्तव्य में, थरूर ने कहा था कि यदि बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव जीतती है, तो यह एक हिंदू पाकिस्तान राष्ट्र के गठन की स्थिति पैदा करेगी।
थरूर ने कहा कि बीजेपी से बहुत ही सरल सवाल करना चाहता हूं। ‘क्या आपने एक हिंदू राष्ट्र का सपना छोड़ दिया है?’ यह स्पष्ट रूप से बर्बरता और हिंसा है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज भाजपा द्वारा हिंसा के कथित कार्य के बाद भी हिंदू खुद को “संघी गुंडों” से दूर होना चाहेंगे।
गौरतलब है कि शशि थरूर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते एक भाषण के दौरान कहा था कि अगर 2019 में भाजपा फिर से सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी तो वह संविधान के साथ छेड़छाड़ करने की स्थिति में आ जाएगी और फिर से एक नये राष्ट्र ‘हिंदू पाकिस्तान’ का निर्माण होगा। उनके इस बयान की चारोंतरफ आलोचना की गई। हालांकि कांग्रेस ने उनके इस बयान से पल्ला झाड़ लिया और कांग्रेस प्रवक्ता ने बहुत सोच – समझकर बोलने की नसीहत भी दी। वहीं, भाजपा उनके इस बयान पर बहुत अधिक आक्रामक रही।