नई दिल्ली। इंटरपोल वाशिंगटन ने कहा है कि फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी के चाचा मेहुल चोकसी संयुक्त राज्य अमेरिका में नहीं हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इंटरपोल वाशिंगटन ने पिछले बुधवार को भारत के अनुरोध का जवाब दिया था कि चोकसी अमेरिका में नहीं है। सूत्रों ने बताया कि भारत ने चोकसी के ठिकाने के बारे में और जानकारी मांगने के लिए इंटरपोल को वापस लिखा है।
11 जून को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में फ्यूजीटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर ऑर्डिनेंस, 2018 के तहत नीरव मोदी और चोकसी के खिलाफ मुंबई में एक विशेष रोकथाम मनी लॉंडरिंग एक्ट (पीएमएलए) अदालत में दो अलग-अलग आवेदन दायर किए।
ईडी ने भारत, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त अरब अमीरात में अपनी संपत्ति जब्त करने का आदेश भी मांगा।
सूत्रों ने कहा कि निर्वाण ने ब्रिटेन में राजनीतिक आश्रय मांगा नहीं है। 47 वर्षीय यूके में ब्रिटेन में है और इसे प्रत्यर्पित करने की जरूरत है। एक गैर जमानती वारंट (एनबीडब्लू) पहले ही उनके खिलाफ जारी कर दिया गया है।
इंटरपोल ने बहु-करोड़ पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के सिलसिले में उनके खिलाफ एक लाल कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया था। घोटाले के सिलसिले में निर्वाण के भाई निषाल मोदी और उनकी कंपनी के कार्यकारी सुभाष परब के खिलाफ आरसीएन भी जारी किया गया है।
28 जून को, विदेश मामलों के मंत्रालय (एमईए) के एक अधिकारी ने कहा कि भारत ने निर्वाण की प्रविष्टि से इंकार करने के लिए देशों के एक समूह से अनुरोध किया है। एमईए ने नीरव के आंदोलनों का पता लगाने और प्रतिबंधित करने के लिए फ्रांस, ब्रिटेन और बेल्जियम समेत कुछ यूरोपीय देशों से भी सहायता मांगी।
पीएनबी ने इस साल की शुरुआत में हजारों-करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का पता लगाया था, जिसमें नीरव और चोकसी ने बैंक के कुछ कर्मचारियों की कथित भागीदारी के साथ 2 बिलियन अमरीकी डालर की कथित तौर पर बैंक के साथ धोखाधड़ी की थी।