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नवाज की सियासी चाल है पाकिस्तान आना, मिल सकता है फायदा

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बीती रात पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को गिरफ्तार कर लिया गया। लाहौर के अल्लामा इकबाल हवाई अड्डे पर जैसे ही एतिहाद एयरवेज की फ्लाईट ई वाई 243 को लैंड कराया गया, वैसे ही पाकिस्तान कि राजनीति में भूचाल आ गया। दरअसल, पाकिस्तान आने से पहले नवाज शरीफ का एक वीडियो उनकी बेटी मरियम नवाज ने ट्वीट किया। इस वीडियो में नवाज कह रहे हैं, ‘जो मेरे बस में है और जो मेरे बस में था, वह मैंने कर दिया है। मुझे मालूम है कि लाहौर पहुंचते ही मुझे जेलखाने भेज दिया जाएगा, लेकिन पाकिस्तानी कौम को मैं बताना चाहता हूं कि यह सब मैं आप के लिए कर रहा हूं। यह कुर्बानी मैं आपकी नस्ल के लिए दे रहा हूं। लिहाजा मेरा भरपूर साथ दें।’

नवाज की सियासी चाल है पाकिस्तान आना

नवाज शरीफ का आम चुनावों के समय पाकिस्तान आना उनकी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता हैं। पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद से उनकी पार्टी में जो वैक्यूम क्रयेट हुआ हैं उसे अभी तक कोई भर नहीं पाया हैं। दुसरी तरफ क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान को इस योग्य माना जा रहा हैं कि वो पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं क्योंकि इस राजनेता ने पाकिस्तान में भ्रष्टाचार विरोधी उस आंदोलन खड़ा किया था जिसे पाकिस्तान का अन्ना आंदोलन भी कहा जाता हैं। और ऐसे में नवाज शरीफ का पाकिस्तान वापस आना और सलाखों के पीछे जाना वो भी उस समय में जब उनकी पत्नी का लंदन में इलाज तल रहा हैं, उनकी पार्टी के लिए सहानुभूती वोट ला सकता हैं। साथ ही एक संदेश देने की भी कोशिश है कि वो कानून का कितना पालन करते हैं। भ्रष्टाचार  के जिस मामले में उन्हे जेल हुई है उसमें 109 बार सुनवाई हुई जिसमें 70 से अधिक बार वो सुनवाई के दौरान मौजूद रहे थे। और ऐेसें में बीती रात उनकी गिरफ्तारी कहीं न कहीं आम चुनावों में उनकी पार्टी के फायदेमंद साबित हो सकती हैं।

भारत और पाकिस्तान के रिश्ते

भारत और पाकिस्तान के रिश्ते को वैसे कभी भी ज्यादा बेहतर नहीं रहे, लेकिन फिर भी नवाज शरीफ के कार्यकाल में भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कुछ अच्छे दौर से गुजरे। आपको बता दें, कि भारत और पाकिस्तान के बीच लाहौर समझौता उन्हीं के कार्यकाल में हुआ था साथ ही जब नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री को तौर पर शपथ ली थी उस समय भी नवाज भारत आए थे और – तो -और नवाज शरीफ के नातिन की शागाई में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पहुंचे थे। और दूसरी तरफ इमरान खान हैं जिन्हें पाकिस्तान की सेना का साथ मिला हैं। भारत की तरफ उनका नरम रूख है। ऐसे में आने वालें दिनों में पाकिस्तान की राजनीति में जो भी उठा पटक होगी और जिस पार्टी की वहां पर सरकार बनेगी उसका भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को सुधारने पर जोर तो जरूर रहेगा क्योकि भारत अभी विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और पाकिस्तान के हालात किसी से छुपे नहीं है।

 

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