जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और दौसा लोकसभा सीट से सांसद सचिन पायलट ने बहुजन समाज पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठजोड़ की संभावनाओं पर विराम लगा दिया है। हम राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी को अकेले धूल चटाने में सक्षम हैं। उन्होंने आगे कहा कि किसी पार्टी विशेष के साथ हमारी कोई बातचीत नहीं हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मीटिंग में हमने राजस्थान में जीत का पूरा खाका दे दिया था कि किस तरह से हम राजस्थान में भाजपा के साथ लड़ाई में विजयी होंगे और किन परिस्थितियों में विधानसभा के चुनाव लड़े जाएंगे।
बता दें, अभी हाल के समय में इस तरह की खबरें आ रही थीं कि बहुजन समाज पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। लेकिन सचिन पायलट के इस बयान के बाद संभावनाओं पर विराम लगता दिख रहा है।
मई माह में कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में सभी विपक्षी दलों के नेता एक साथ एक मंच पर देखे गए थे। जिसमें बसपा सुप्रीमो मायावती भी शामिल थीं और सोनिया गांधी के साथ उनकी वह तस्वीर मीडिया में खूब सुर्खियां में आई थी। उसके बाद से यह कयास लगाए जाने लगे थे कि कांग्रेस और बसपा के साथ कुछ न कुछ चल रहा है और आने वाले विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनाव 2019 में शायद एक साथ गठजोड़ करके चुनावी मैदान में उतरें।
वहीं, राजस्थान के साथ ही मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव होने हैं, तो वहां पर भी कांग्रेस जिस तरह से जमीन पर काम कर रही है और कांग्रेस आम जन के बीच में जाकर सत्ताधारी पार्टी की पोल खोल रहे हैं और हर छोटी सी छोटी खबर पर कांग्रेस धरना और प्रदर्शन कर रही है, तो वहां पर भी गठजोड़ की उम्मीद कम ही लग रही है।
हालांकि, चुनाव होने में अभी समय है, लेकिन रणनीतियां फीडबैक पर बनाई जाती हैं। ऐसे में राजनीति का ऊंट किस करवट बैठता, वह दिखाई देना अभी बाकी है।