भारत की हिमा दास ने गुरुवार को फिनलैंड के टेम्पेरे में जारी आईएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप की महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण जीत कर भारत को स्वर्म विजेता और सम्मानिए तो बनाया ही है, साथ ही हिमा ने इतिहास रच डाला है।
हिमा से पहले भारत का कोई भी खिलाड़ी विश्व चैम्पियनशिप में कोई मेडल नहीं जीत सका था लेकिन हिमा दास ने गोल्ड मेडल जीत कर ऐसा काम किया है जो मिल्खा सिंह और पीटी उषा भी नहीं कर पाए थे। हिमा दास से पहले सबसे अच्छा प्रदर्शन मिल्खा सिंह और पीटी उषा का रहा था।
पीटी उषा ने जहां 1984 ओलिंपिक में 400 मीटर हर्डल रेस में चौथा स्थान हासिल किया था।बेशक मिल्खा सिंह रोम ओलिंपिक में में चौथे स्थान पर रहे थे और हिमा ने गोल्ड जीता है पर इन दोनों के अलावा कोई भी खिलाड़ी मेडल के इतना करीब नहीं पहुंच सका है।
अपको बता दें कि हिमा ने राटिना स्टेडियम में खेले गए फाइनल में 51.46 सेकेंड का समय निकालते हुए जीत हासिल की। इसी के साथ वह इस चैंपियनशिप में सभी आयु वर्गो में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं।