341 किमी लम्बे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की आधारशिला 14 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी आजमगढ़ में रखेंगे। वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बलिया को ना जोड़े जाने का दर्द भी छलकने लगा है। भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा की उन्हें दर्द हैं की पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बलिया अछूता रहा। साथ ही पूर्ववर्ती सरकारों सहित भाजपा के मुख्यमंत्री पर बलिया जनपद से बेईमानी करने का भी आरोप लगाया और विकास के लिए अपनी ही सरकार के खिलाफ सत्याग्रह करने की बात कही।
देश में प्रथम स्वतंत्रा संग्राम का बिगुल बलिया के मंगल पांडे ने फूका। 1947 की आज़ादी के पूर्व बलिया 1942 में 13 दिनों के लिए आज़ाद रहा। बलिया ने देश को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर दिया तो मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अंतिम चुनावी सभा कर देश के प्रधानमंत्री बने पर इन सबके बावजूद बलिया विकास से अछूता रहा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बलिया को ना जोड़े जाने दर्द अब सामने आने लगा है। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना है की उन्हें दर्द है की बलिया एक्सप्रेस वे से अछूता है। भाजपा विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा की अब तक यूपी में जितनी भी सरकार आई उनमे भाजपा सरकार भी शामिल है। भाजपा के जितने भी मुख्यमंत्री बने उन्होंने बलिया से बेईमानी की।
भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा की गोरखपुर में एम्स और देवरिया में मेडिकल कालेज और बलिया को कुछ भी नहीं ये बेईमानी नहीं तो क्या है। भाजपा विधायक ने तेवर तल्ख करते हुए कहा की मुख्यमंत्री योगी या उनके कैबिनेट ने अगर बलिया को दरकिनार करने का फैसला लिया है तो मै अपनी ही सरकार में सत्याग्रह करूंगा।
दरसल यूपी की तमाम सरकारों ने बलिया को एक्सप्रेस वे से जोड़ने का सपना दिखाया। मायावती ने गंगा एक्सप्रेस वे से तो अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के ज़रिये। हद तो तब हो गई जब तीन साल पूर्व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गाजीपुर से हाजीपुर फॉर लेन की आधारशिला रखी पर अबतक काम शुरू नहीं हो सका। मौत का सबब बन चुकी NH 31 की बदहाली पर जनता आशूं बहा रही है यही वजह है की जनपद के कुछ युवा चिलचिलाती धुप में भी अपने हक़ के लिए पद यात्रा करने को मजबूर है।
हिंद न्यूज टीवी के लिए बलिया से अमित कुमार