गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल एम एम जी हॉस्पिटल का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है। दरअसल पूरा मामला एक मरीज को लेकर हुआ है। जहां एक मरीज स्ट्रेचर पर लेटा हुआ तड़प रहा है। वहीं दूसरी तरफ उसके पास अस्पताल का कोई भी वार्ड बॉय डॉक्टर मौजूद नहीं है। और मरीज स्ट्रेचर पर तड़प रहा है। एक औरत उसके छाती पर उसे मालिश कर आराम देने की कोशिश कर रही है।
दरअसल यह औरत इस तड़पते हुए आदमी की पत्नी है। जब हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि इन्हें जी टी वी हॉस्पिटल रेफर किया गया है। लेकिन आधे घंटे से कोई भी सरकारी एंबुलेंस अभी तक नहीं आई है। और डॉक्टर ने उन्हें सलाह दी है कि वह 108 नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस को बुलाएं। और वह आधे घंटे से को बुला रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई एंबुलेंस नहीं आई है। और एंबुलेंस आने में अभी वक्त लगेगा।
हैरानी की बात तो यह है कि जब किसी को रेफर किया जाता है। तो एंबुलेंस भी साथ ही माहिया कराई जाती है। लेकिन यहां पर तो डॉक्टरों ने तो अपनी जिम्मेदारियों से ही पल्ला झाड़ लिया। कुछ देर बाद मरीज की हालत बिगड़ चली गई जिसके बाद परिजनों ने एक प्राइवेट एंबुलेंस का अपने खर्चे पर इंतजाम किया और फिर मरीज को जीटीबी अस्पताल की तरफ ले कर चल दिए।
जहां एक तरफ योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं और एंबुलेंस स्वभाव का विस्तार करने में लगी है। और करोड़ों रुपया खर्च कर रही है वहीं दूसरी तरफ जब ऐसी तस्वीरें सामने आती है बहुत ही शर्मनाक है।
हिंद न्यूज टीवी के लिए गाजियाबाद से रमन शर्मा