पटना। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य की दिन भर की यात्रा के दौरान नाश्ते पर मुलाकात की।
बता दें, इस बैठक का आयोजन उस बीच किया गया जब दोनों ही पार्टियों की तरफ से अलग-अलग राग अलापे जा रहे थे। बीजेपी और जेडी (यू) के बीच गठबंधन को मजबूत करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई।
भाजपा और जेडीयू के बीच उभरे मतभेदों को दूर करने के लिए आज रात को नीतीश कुमार अपने निवास स्थान पर अमित शाह के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले 2019 के आम चुनावों के लिए दोनों नेता सीट बंटवारे को लेकर आपसी समझ बढ़ायेंगे।
बीजेपी के सांसद सीपी ठाकुर ने एएनआई को बताया कि यह सिर्फ सभी के बीच एक सौजन्यपूर्ण बैठक है। इस बैठक में सीट साझा बंटवारे पर चर्चा हो सकती है। दोनों पक्षों के बीच सब कुछ ठीक है। नेताओं के बीच कुछ भी मतभेद नहीं है।
आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए जेडी (यू) और बीजेपी के बीच कथित मतभेद की रिपोर्ट सीट बंटवारे को लेकर उभरी है।
जेडी (यू) ने मांग की है कि 2015 बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजों पर विचार किया जाए। राज्य में एनडीए के चार घटक दलों में से प्रत्येक को 2019 के लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर विचार करना चाहिए।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में दोनों ही पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर दबाव की राजनीति की शुरुआत हो गई थी। जिसमें एक बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने खुद यह कहा था कि मुझे नजरअंदाज करने वाले खुद ऩजरअंदाज हो जाएंगे। जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि शायद नीतीश कुमार एनडीए का साथ छोड़ दें। उन्होंने कांग्रेस के साथ भी जाने का संकेत दे दिया था। जिसमें उनकी पार्टी ने कांग्रेस को सलाह दी थी कि अगर कांग्रेस राजद का साथ छोड़ने को तैयार हो जाए तो उसके साथ आने पर विचार किया जा सकता है।