सूरजपुर। रक्षक ही जब भक्षक बन जाये तो कोई क्या कर सकता है? जी हां! छत्तीसगढ़ में कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि 2014 में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पायक के भतीजे ने राज्य के सूरजपुर जिले में उसके साथ बलात्कार किया था। बता दें, राज्य में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी गृहमंत्री की होती है और यह आरोपी उनका भतीजा है।
शमोध पैकर के ढाई साल के बच्चे की मां होने का दावा करने वाली महिला 2014 में गृहमंत्री के भतीजे के साथ पढ़ाई करती थी। वह जब उसके करीब आई।
एएनआई से बात करते हुए महिला ने कहा कि हम 2014 में एक साथ पढ़ाई करते थे। उस दौरान उसने शादी का झासा देकर मेरा यौन शोषण किया और बाद में वह शादी करने से इनकार कर दिया। लेकिन तब मैं गर्भवती हो गई।
महिला ने जो शिकायत दायर की है उसमें कहा गया है कि गर्भवती होने के बाद उसने मेरे से बात करना ही बंद कर दिया।
महिला ने आगे एक शिकायत में कहा कि शमोध उसे अस्पताल ले गया, जहां पर वह मेरा गर्भपात कराना चाहता था।
लेकिन महिला ने बच्चा पैदा करने का ठान लिया और इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराने का फैसला किया।
सूरजपुर जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) जी जायसवाल ने कहा कि उन्हें घटना के बारे में सूचना मिली है। हमने एफआईआर दर्ज की है और उसकी गहन जांच की जा रही है। हालांकि, अभियुक्त को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अब देखना यह है कि छत्तीसगढ़ पुलिस किस तरह से घटना की जांच करती है और क्या गृहमंत्री के भतीजे पर हाथ डाल पाती है कि नहीं। य़ह मामला कोई सामान्य नहीं है। यह गृहमंत्री के दामन पर दाग लगाने वाला है। अगर उनके परिवार का कोई व्यक्ति इस तरह का वारदात में शामिल है तो क्या उसके खिलाफ कार्रवाई होगी कि वही ढांक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होगी।