लगातार कई दिनों की बारिश से घाघरा नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है, जिससे नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों में दहशत बनी हुई है। जलस्तर बढ़ने के कारण नदी के किनारे कटान शुरू हो गई है, जिससे लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव का अस्तित्व खतरे में पड गया है।
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद के बगल में बस्ती शहर स्थित है। जहां हर वर्ष इतनी बरसात होती है, कि भारी तबाही होने लगती है। इस तबाही से बचने के लिए ग्रामीणों ने CM योगी से खुद को बचाने की मांग की है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है, कि इन गांव को जिला प्रशासन बचा पाएगा या नहीं? जबकि ना तो सही ढंग से इन बांधो की मरम्मत कराई गई है और ना ही घाघरा नदी के पास बसे गांव को बचाने के लिये कोई इंतजाम किये गये है। बस्ती जिले में लगभग दो दर्जन गांव हर वर्ष बाढ़ की चपेट में आते है। लेकिन CM योगी द्वारा आज तक इसका निदान नही हो पाया है।
जिले मे सरकार और यहां के जनप्रतिनिधि लाख दावा कर रहे है, कि बंध बन गया है लेकिन बंध मात्र कुछ किलोमीटर तक ही बना है, जिससे लगभग एक दर्जन गांव नदी से मात्र 3 मीटर की दूरी पर ही है। जहां नदी के कटान से जनता डरी हुई है, वही दुसरी ओर अधिकारी अब तक बस आश्वासन ही देते नजर आ रहे है, कि हम लोग गांव को हर कीमत पर बचा लेंगे।
लेकिन सबसे बडा सवाल ये उभर कर आता है, कि बरसात चालू हो गयी और नदी मे पानी लगातार बढता जा रहा है, वही अधिकारी महज आश्वासन ही दे रहे है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बस्ती सतीश श्रीवास्तव