मोदी सरकार ने देश के किसानो को चुनाव से ठीक पहले बडा तोहफ़ा देने की कोशिश की है। मगर ज्यादातर किसान मोदी सरकार की इस घोषणा से खुश नही है।
आपको बता दें, कि बजंरिया गांव मे रहने वाले किसानों ने मोदी सरकार की घोषणा पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा, सरकार का खरीफ की फसलो पर महज दो सौ रुपये का समर्थन मूल्य बढाना उनके उत्पादन लागत के बहुत कम है। किसानों का कहना है, कि इस महंगाई के दौर मे दामों में कम से कम सात सौ की बढोत्तरी होनी चाहिये, ताकि किसानों को फसलों की उत्पादन मे जो लागत लगाती है। उसका उसे पूरा शुल्क वापस मिल सके।
किसानों का यह भी मानना है, कि सरकार द्वारा डीजल, बिजली, बीज और पानी का इंतजाम करने से भी किसान आपनी सारी लागत नही निकल पाता। पिछले साल महगाई ने जिस ऊचाई स्तर को छूआ है, उस हिसाब से सरकार की ये घोषणा किसान के हित में नही है।
मोदी सरकार भले ही चुनाव से पहले यह घोषणा कर अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन मोदी सरकार धरातल पर रहने वाले किसानों के दिल की बात समझने को तैयार नही है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव