मास्कोः फीफा विश्वकप में रविरार को नॉकआउट का तीसरा मुकाबला रूस और स्पेन के बीच खेला गया जिसमें रूस ने पेनल्टी शूटआउट में पूर्व चैंपियन स्पेन को 4-3 से हरा कर पहली बार फीफा विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा जिसके बाद अतिरिक्त समय लिया गया लेकिन इस समय भी कोई गोल नहीं होने के बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें रूस ने 4-3 से बाजी मार कर नया इतिहास रच दिया। विश्व कप के इतिहास का यह 27 वां पेनल्टी शूटआउट।
रूस का मिला नया हीरो
रूस का क्वार्टरफाइनल में क्रोएशिया से मुकाबला होगा। रूस ने पूरे मैच में 2010 के चैंपियन स्पेन को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया। स्पेन का गोल रूस का आत्मघाती गोल था और रूस ने पेनल्टी पर बराबरी हासिल की थी। इस जीत के बाद ही रूस के गोलकीपर इगोर एकीनफीव देश के नए हीरो बन गए। उन्होंने कोके और लागो अस्पास की पेनल्टी को बचाया। 120 मिनट के रोमांचक संघर्ष के बाद एकीनफीव ने जैसे ही स्पेन की आखिरी पेनल्टी बचायी पूरे देश में जश्न मनना शुरू हो गया।
ज्यूबा के नाम से गूंजा स्टेडियम
मैच में स्पेन को 12 वें मिनट में बढ़त मिली जब 38 वर्षीय सर्जेई इग्नेशेविच एक फ्री किक को अपने ही गोलपोस्ट में मार बैठे। जिसके बाद स्पेन ने मैच पर नियंत्रण बनाने की कोशिश की लेकिन रूस के प्रर्दशन ज्यादा अच्छा रहा। मैच के 41वें मिनट में स्पेन के गेरार्ड पिक के हैंडबॉल करने से रूस को पेनल्टी मिली जिसका बखूबी फायदा उठाते हुए फॉरवर्ड अर्टेम ज्यूबा ने पेनल्टी को गोल में पहुंचाया और रूस को बराबरी दिला दी। ज्यूबा के इस गोल के बाद से पूरे लुजनिकी स्टेडियम में 78,000 दर्शक रूसी टीम के समर्थन में शोर मचाने लगे।