बीटेक का एक छात्र, b.a. द्वितीय वर्ष का एक छात्र ,b.a. LLB का एक छात्र और ग्यारहवीं क्लास का एक छात्र जब कबड्डी के नेशनल प्लेयर से मिले,तो बन गया लुटेरों का एक गैंग।मामला गाजियाबाद का है,कबड्डी के नेशनल प्लेयर समेत कुल 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है,जिनसे 10 लूटी गई बाइक और लाखों रुपए के सोने के जेवरात के अलावा मोबाइल फोन के साथ तमंचे बरामद किए गए हैं।जब इन सब को कहीं नौकरी नहीं मिली,तो यह लुटेरे बन गए।
इनमें प्रशांत डागर नाम का बदमाश अंडर-19 कबड्डी का नेशनल प्लेयर है और 12वीं का छात्र रहा है।प्रशांत ने अपने साथी को भी कबड्डी का प्लेयर बनवा दिया था।यह सब एक गैंग बनाकर लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।इनकी संख्या कुल 10 है।जिन्होंने दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि कई राज्यों में अपना कहर बरपाया हुआ था।इनके निशाने पर दो पहिया वाहन होते थे।जिन्हें यह लूट लिया करते थे।इनके पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए हैं।
हाल ही में मेरठ में इन्होंने एक लूट की थी जिसके जेवरात भी इन के पाससे बरामद किए गए हैं।इनमें से रवि कुमार नाम का शख्स शूटर है जो पहले भी जेल जा चुका है।यही नहीं प्रशांत डागर और सुमित डागर अंडर-19 कबड्डी में नेशनल प्लेयर हैं।दोनों सिहानी गेट इलाके के रहने वाले हैं।इन्होंने यह पूरा गैंग तैयार किया था और अपने साथ b.a. से लेकर LLB और ग्यारहवीं तक के छात्र को जोड़ लिया था।
लूट करने के दौरान किसी को शक ना हो,इसलिए अलग-अलग छात्र को लूट के लिए भेज दिया जाता था।उनको बकायदा सैलरी दी जाती थी।पढ़े-लिखे दिखने की वजह से इन पर कोई शक नहीं करता था।लेकिन आखिरकार पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी कर ली है और अब उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा रही है।
[हिन्द न्यूज टीवी के लिए गाज़ियाबाद से रमन शर्मा की रिपोर्ट]