आज विज्ञान के सहारे भले ही हम चांद पर पहुंच गए हैं,मगर अंधविश्वास है कि वो भी हमारे साथ-साथ चल रहा है।एक ऐसा ही मामला अलीगढ़ के बीचों-बीच बने फ्लाईओवर के किनारे पेड़ पर पड़े सैकड़ों कपड़ो को देखकर लगाया जा सकता है,लोगों का विश्वास है कि इस पेड़ के नीचे नहाने के बाद शरीर की बड़ी-बड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
हम 21वीं शताब्दी से गुजर रहे हैं,यह शताब्दी अविष्कारों की शताब्दी कहलाती है,बुद्धि विवेक में प्रगति की शताब्दी कहलाती है,हर मैदान में विकास दिखाई दे रहा है,परन्तु खेद की बात यह है कि इस शताब्दी में सभ्य और विकसित कहलाने वाले कुछ लोग ऐसा काम करने लगे हैं।जिसे सुनकर पशुओं की दुनिया याद आ जाती है,दिमाग चकराने लगता है।
दरअसल एक ऐसा मामला अलीगढ़ से सामने आया है,जहां सड़क किनारे लगे बबूल के पेड़ के नीचे सुबहृ-सुबह सूरज निकलने से पहले बच्चों को स्नान कराने के बाद उनके कपड़ो को पेड़ पर लटकाने से बड़ी-बड़ी बीमारी छूमन्तर हो जाती है,लोगों का मानना है,कि बच्चे के शरीर पर जो बीमारियां होती है,वो बीमारी इस पेड़ पर चली जाती हैं,वहीं शमा परवीन का मानना है कि अगर डॉक्टर के पास जाते हैं तो महंगी-महंगी दवाइयां लिखी जाती हैं और दवा खाने के बाद भी कुछ नही होता और इस पेड़ के नीचे मात्र दो बार बच्चा इस्नान करले तो बड़ी से बड़ी बीमारी दूर हो जाती है।
[हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ से अजय कुमार की रिपोर्ट]