उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता दरबार में जिस करह से महिला शिक्षिका को सस्पेेड किया और उसकी गिरफ्तारी का आदेश दिया उसके बाद से पूरे प्रदेश भर में मुख्यमंत्री के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया। जगह जगह मुख्यमंत्री के पुतले फूके जा रहे है। हरिद्वार, हल्द्वानी, गदरपुर समेत पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री का विरोध हो रहा है। वहीं मीडिया में खबर आने के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने उत्तरा बहुगुणा को फोन कर माफी मांगी है साथ ही 3 जुलाई को मिलने के लिए बुलाया है।
शिक्षा मंत्री ने मांगी माफी
इससे पहले उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा पंत से फोन पर बात की और उनसे माफी मांगी। यह जानकारी खुद शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा पंत ने दी है। उन्होंने बताया कि उनके पास खुद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने फोन किया और पूरे मामले पर खेद जताते हुए माफी भी मांगी। उत्तरा ने बताया कि, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे 3 जुलाई को उनसे मिलने वाले हैं और उनकी समस्या का समाधान करेंगे। बता दें कि, शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा पंत प्रकरण के सुर्खियों में आते ही उत्तराखंड सरकार बैकफुट पर आ गई। इस पूरे मामले में निंदा का सामना करने के बाद अब सरकार इसे संभालने में जुटी हुई है।
Received phone call from Education Min.He assured he’ll meet me on July 3&find solution to my problem.He apologised when I told him of injustice done to me by Edu Dept:Uttara Pant Bahuguna,teacher suspended by #Uttarakhand CM after she argued with him on June 28 over her transfer pic.twitter.com/PuX7QbH1Hc
— ANI (@ANI) June 30, 2018
वहीं उत्तरा बहुगुणा ने आज मीडिया के सामने आकर कहा कि मुख्यमंत्री को उनके व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, ” राज्य शिक्षा मंत्री ने मुझसे माफी मांगी जब कि वह मुख्यमंत्री थे जिन्होंने मुझे अपमानित किया? मुख्यमंत्री को क्षमा मांगना चाहिए। मेरा भी आत्म सम्मान है, किसी को भी मुझे अपमनित नहीं करने दूँगी।”
Why did State Education Min apologise to me when it was CM who insulted me? CM should offer an apology. I have a lot of self-respect, won’t let anyone insult me: Uttara Bahuguna, teacher who was suspended by #Uttarakhand CM after she argued with him on 28 June over her transfer pic.twitter.com/MsSybuPyCR
— ANI (@ANI) July 1, 2018
मुख्यमंत्री के फैसले का विरोध तेज
वहीं मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में आक्रामक हो गयी है। कांग्रेसी नेताओं ने पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंका। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान मुख्यमंत्री मुर्दाबाद, भाजपा सरकार हाय हाय के जोरदार नारे लगाए गए। वहीं ए आई सी सी सदस्य राजेंद्र पाल सिंह ने कहा उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जनता दरबार में उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के धुनियारा प्रार्थमिक विद्यालय में शिक्षिका के तौर पर तैनात उत्तरा पन्त बहुगुणा को धक्के देकर निकाला गया, साथ ही मुजरिमों की तरह गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा उस महिला का दोष सिर्फ इतना है वर्ष 2015 में अपने पति की मृत्यु के बाद वह महिला लगातार देहरादून ट्रांसफर की मांग कर रही थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जिस प्रकार का व्यवहार एक विधवा महिला के साथ किया गया है वह एक शर्मनाक और निंदनीय घटना है। जिसका हम कांग्रेस जन पुरजोर विरोध करते हैं।