लखनऊ यूपी की राजधानी और एक ऐसा शहर जहां भाजपा से लेकर हर पार्टी के नेता का ऑफिस अपको मिल जाएगा।इतना ही नही यूपी के मुख्यमंत्री योगी भी इस ही शहर में विराज मान है लेकिन आज हम आप तक एक ऐसा वीडियो दिखाने जा रहे हैं जिससे आपको शर्म भी आ जाएगी।इससे पहले जरा बताइए की पुलिस को ये हक किसने दिया कि वो जब चाहे तब किसी को भी पिट दे जब मन करे तब इस्तमाल करले अपनी एक ऐसी पॉवर का जो शायद पुलिस का हक है ही नही बल्कि साफ तौर पर पुलिस वालों की गुन्डा गर्दी है।हिन्द न्यूज टीवी पर इससे पहले भी कई बार हमने पुलिस प्रशासन को जगाने की कोशिश की है, हमने यह कोशिश की है के हम पुलिस कर्मियों को यह समझा पाएं की उनको यह वर्दी,यह ट्रेनिंग सब कुछ लोगों की रक्षा के लिए मिला है न की गुंडागर्दी के लिए।आप भी देखिए पुलिस को समझाने की हमारी यह कोशिशें-
लेकिन न जाने क्यों हमारी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए पुलिस कर्मियों का एक नया कांड हमारे सामने आ जाता है।आप देखिए और जरा समझने की कोशिश कीजिए की आखिर क्या गलती थी इस इस गरीब असहाय रिक्शेवाले की जो बीच सड़क पर राजकीय रेलवे पुलिस ने बेदर्दी से इस पीटा, घसीटा, धक्के मारे और फिर भी जब मन नही भरा, इस लाचार को थाने के अंदर ले जाकर मारा गया।