मुंबई। शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच तल्खियां और बढ़ती जा रही हैं। उम्मीद थी कि भाजपाध्यक्ष के उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद शायद रिश्तों में थोड़ी नरमी आ जाये, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। शिवसेना ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गरीबों के साथ संपर्क खो दिया है।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने ‘सम्पर्क से समर्थन’ पहल की शुररुआत की है, उस पर शिवसेना ने ह टिप्पणी की है। पार्टी ने माधुरी दीक्षित, सलमान खान, रतन टाटा, अंबानी, समर्थन के लिए अदानी से संपर्क करने वाले लोगों को गरीबों के साथ संपर्क खो दिया है। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में यह बात कही है।
शिवसेना ने पूरे राज्य में आत्महत्या की बढ़ती संख्या के लिए महाराष्ट्र में केंद्र और बीजेपी सरकार की भी आलोचना की। गरीबी और भूख से राज्य में हालत खस्ता हैं, जो लोगों को अपने परिवारों के साथ आत्महत्या करने के लिए प्रेरित कर रहा है। हमें इस भ्रम से बाहर निकलना होगा कि प्रधानमंत्री मोदी गरीबों के लिए कुछ भी करेंगे।
केंद्र सरकार ने बुलेट ट्रेनों, मेट्रो और हाइपर-सिटी जैसे लक्जरी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए किसानों के कल्याण को अनदेखा करने के भाजपा पर आरोप लगाया, इसने आगे दावा किया कि विदेशी निवेशकों द्वारा पंप किए गए धन ने राज्य में गरीबों की स्थिति को और खराब कर दिया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, आंध्र प्रदेश में टीडीपी और अब बिहार में जदयू ने भाजपा को आंखे दिखाना शुरू कर दिया है। अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले क्षेत्रीय दल अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इस तरह के काम करते रहते हैं। लेकिन भाजपा के लिए यह चिंता का विषय है कि उसके सहयोगी ही उससे कतरा रहे हैं तो 2019 का चुनाव जीतना 2014 की तरह आसान नहीं होगा। ऐसे में विपक्ष भी तीसरे मोर्चे की बात करने लगा है।