जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की पहले से चली आ रही मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले से नाराज चल रहे भाजपा विधायक जो वसुंधरा सरकार में मंत्री भी थे, उन्होंने आज पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है। घनश्याम तिवारी ने इस्तीफे के साथ ही नई पार्टी बनाने का ऐलान भी कर दिया है।
घनश्याम तिवारी ने कहा कि वह कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों से अच्छे लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करेंगे। खुद वर्तमान विधानसभा सीट सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से अपनी नई पार्टी भारत वाहिनी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 15 से ज्यादा वर्तमान विधायक अभी उनके संपर्क में हैं और उनको अगले विधानसभा चुनाव में भारत वाहिनी पार्टी से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता हैं। उन्होंने आगे कहा कि खींवसर से निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल उनके परिवार के सदस्य हैं और भविष्य में उनके साथ समझौता किए जाने के सभी रास्ते खुले हुए हैं।
बता दें, राजस्थान में भाजपा के ही वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवारी ने भाजपा के स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को बर्खास्त करने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया कि वसुंधरा राजे अपने निजी हितों को साध रही हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसके दस्तावेज वे आलाकमान को भेज चुके हैं।
तिवारी ने पत्रकारों बताया था कि उन्होंने पत्र में लिखा है कि कार्यकर्ताओं व जनता की भावना को ध्यान में रखते हुए पार्टी को मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राजे को पार्टी या जनता की कोई चिंता नहीं है।
राजस्थान में 2018 में भाजपा जीते या हारे, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता और वे नहीं चाहतीं कि 2019 में भाजपा की सरकार केंद्र में बने। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पार्टी की निष्ठा और सिद्धांतों की अवहेलना कर काफी गड़बड़ियां कर रही हैं।
गौरतलब है कि घनश्याम तिवारी ने राजस्थान में नई पार्टी ‘भारत वाहिनी’ बना ली है। भाजपा के सामने अपनी पार्टी को चुनाव मैदान में उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा उनकी पार्टी सामाजिक समरसता की स्थापना के मकसद से बनाई गई है।